National Stock Exchange: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) ने 13 नए कॉन्ट्रैक्ट जारी किए हैं. नए अनुबंध जारी करते हुए NSE ने वायदा और विकल्प खंड का विस्तार किया है. इस कदम से निवेशकों को जोखिम से निपटने में मदद मिलेगी. एक्सचेंज की ओर से जारी किए गय बयान के मुताबिक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने आज 13 नए कमोडिटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट पेश किए हैं, जिससे कमोडिटी डेरिवेटिव (commodity derivatives) सेगमेंट में कुल प्रोडक्ट्स की संख्या 28 हो गई है.


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क्या हैं नए कॉन्ट्रैक्ट


एनएसई की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 13 नए अनुबंध में एक किलो सोना वायदा, सोना मिनी वायदा, चांदी मिनी वायदा, तांबा वायदा, जस्ता वायदा, सोना गिनी (8 ग्राम) वायदा, एल्युमीनियम वायदा, एल्युमीनियम मिनी वायदा, सीसा वायदा, सीसा मिनी वायदा, निकल वायदा, जस्ता वायदा और जस्ता मिनी वायदा पर ‘वायदा एवं विकल्प’ हैं.


क्या मिलेगा फायदा?


एनएसई ने कहा है कि आज 13 नए कॉन्ट्रैक्ट के जारी होने के साथ एनएसई मंच पर ऊर्जा, बुलियन और बेस मेटल श्रेणियों में सभी प्रमुख उत्पादों पर वायदा एवं विकल्प उपलब्ध हैं. इससे प्रतिभागियों को मंच पर सभी वस्तुओं में अपने जोखिम से निपटने में मदद मिलेगी. पिछले कुछ दिनों में, एनएसई ने छह नए वायदा एवं विकल्प अनुबंध जारी किए हैं.


क्या होता है ऑप्शंस?


आपको बता दें ऑप्शंस एक डेरिवेटिव अनुबंध है, जो उसके धारक को एक निश्चित तिथि पर पूर्वनिर्धारित मूल्य पर सिक्योरिटी खरीदने या बेचने का अधिकार देता है. ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट अंतर्निहित प्रतिभूति से अपना मूल्य प्राप्त करता है. 


इनपुट - भाषा एजेंसी