नई दिल्लीः नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NTPC) ने दिल्ली-एनसीआर में फैले प्रदूषण को लेकर बड़ी बात कह दी है. कंपनी का कहना कि कोयला से चलने वाला उसका दादरी पावर प्लांट अक्टूबर से बंद है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के लिए वह जिम्मेदार नहीं है.  


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NTPC ने जोर देकर कहा कि हवा खराब होने के लिए उसका दादरी थर्मल पावर प्लांट कतई जिम्मेदार नहीं है. एनटीपीसी ने कहा कि इस साल लॉकडाउन के दौरान उसका दादरी पॉवर प्लांट लगातार बंद रहा है. कंपनी ने दावा किया कि दादरी कोयला संयंत्र न केवल एनटीपीसी बल्कि पूरे देश में सबसे स्वच्छ है. कंपनी के मुताबिक एनटीपीसी दादरी पावर स्टेशन की सभी यूनिट उत्सर्जन कंट्रोल करने के लिये एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस हैं. 


प्रदूषण के लिए ये हैं जिम्मेदार:NTPC
सरकारी बिजली कंपनी ने एनसीआर में खराब हवा के लिए गाड़ियों के उत्सर्जन, निर्माण गतिविधियों, सड़क की धूल, औद्योगिक उत्सर्जन और आसपास के राज्यों में जलने वाले पराली धुएं को जिम्मेदार बताया हैं.


 


खेतों में पराली जलने से रोकी
एनटीपीसी ने कहा कि उसके दादरी संयंत्र ने पिछले दो साल में 8000 टन से ज्यादा पराली की खपत की है. जिससे करीब 4000 एकड़ खेतों में पराली को जलने से रोका जा सका है. कंपनी आगे भी किसानों से पराली लेकर उसको अपने यहां पर खपत करेगी, ताकि प्रदूषण को फैलने से रोका जा सके. कंपनी ने कहा है कि एयर क्वालिटी की हमेशा निगरानी करने के लिए उत्सर्जन निगरानी प्रणाली (CEMS) और वायु गुणवत्ता मापी स्टेशन (CAAQMS) लगाए गए हैं.


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