Old Pension Scheme: इन दिनों ओल्ड पेंशन स्कीम और नई पेंशन स्कीम को लेकर काफी बवाल देखने को मिल रहा है. पेंशन के हकदार लोग Old Pension Scheme और New Pension Scheme पर ज्यादा चर्चाएं कर रहे हैं. हालांकि इस बीच दोनों पेंशन योजनाओं के बारे में जानना काफी अहम हो जाता है. ऐसे में आज हम आपको Old Pension Scheme और New Pension Scheme पर अपडेट देने वाले हैं और बताने वाले हैं कि कैसे ये पेंशन योजनाएं एक दूसरे से अलग है.


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ओल्ड पेंशन स्कीम
पुरानी पेंशन योजना या ओपीएस एक रिटायरमेंट स्कीम है जिसे सरकार के जरिए अनुमोदित किया जाता है. पुरानी पेंशन योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों को उनकी Last Drawn Salary के आधार पर पेंशन प्रदान करती है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को उनकी सर्विस लाइफ के अंत तक मासिक पेंशन प्रदान की जाती है. व्यक्ति के जरिए ली गई आखिरी सैलरी की आधी राशि मासिक पेंशन के तौर पर दी जाती है.


नई पेंशन योजना
एनपीएस एक और रिटायरमेंट योजना है जिसमें लाभार्थी रिटायरमेंट के बाद इंवेस्ट की गई राशि का 60% निकाल सकेंगे. इसे भारत सरकार के जरिए वर्ष 2004 में पेश किया गया था. वहीं बची हुई 40% राशि को मासिक पेंशन के तौर पर हासिल करने के लिए वार्षिकी में निवेश करने की आवश्यकता है यानी कि सेवानिवृत्ति के बाद 60% एकमुश्त राशि और मासिक पेंशन प्राप्त करने के लिए वार्षिकियों में 40% निवेश किया जाना है.


टैक्स छूट
वहीं पुरानी पेंशन योजना में किसी प्रकार का कोई टैक्स बेनेफिट नहीं हासिल होता है. जबकि नई पेंशन योजना में कर्मचारी आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये और 80सीसीडी (1बी) के तहत अन्य निवेशों पर 50,000 रुपये तक की टैक्स छूट हासिल की जा सकती है.


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