ई-कॉमर्स वेबसाइट से शॉपिंग में धड़ल्ले से हो यूज हो रहा क्रेडिट कार्ड, बढ़कर कहां पहुंच गया आंकड़ा?
E Sales in Festive Season: डेटम इंटेलिजेंस के एक अनुमान के अनुसार सितंबर और अक्टूबर में ई-कॉमर्स की बिक्री करीब 12 अरब डॉलर तक पहुंच गई, यह पिछले साल की तुलना में 23% ज्यादा है.
Credit Card Shopping: फेस्टिव सीजन में ई-कॉमर्स वेबसाइट्स की तरफ से खूब डिस्काउंट ऑफर किया जाता है. यही कारण है कि लोग क्रेडिट कार्ड से जमकर ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2024 में क्रेडिट कार्ड यूजर्स ने ऑनलाइन 1,15,168 करोड़ रुपये खर्च किए. यह आंकड़ा कुल खर्च हुए 1,76,201 करोड़ रुपये का 65.4% है. दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि प्वाइंट ऑफ सेल मशीन पर क्रेडिट कार्ड स्वाइप करके एक रुपया खर्च किया तो इस दौरान ऑनलाइन दो रुपये खर्च किए गए.
क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन खर्च दिन पर दिन बढ़ रहा
अप्रैल में ऑनलाइन खर्च 94,516 करोड़ रुपये था, जो कि कुल 1,56,498 करोड़ रुपये का 60% था. इसी तरह जुलाई के महीने में ऑनलाइन खर्च का हिस्सा बढ़कर 63.4% हो गया. अगस्त में इसमें थोड़ी गिरावट आई और यह कम होकर 62.4% हो गया. सितंबर में ऑनलाइन बिक्री बढ़ने के कारण यह 65.3% तक पहुंच गया. आंकड़ों को देखने के आधार पर यह कह सकते हैं कि क्रेडिट कार्ड से होने वाला ऑनलाइन खर्च दिन पर दिन बढ़ रहा है.
ऑनलाइन लेनदेन की संख्या फिजिकल लेनदेन से कम
हालांकि ऑनलाइन लेनदेन की वैल्यू कुछ समय से स्टोर पर किये जाने वाले पेमेंट से ज्यादा हो गई है. लेकिन ऑनलाइन लेनदेन की संख्या अभी भी फिजिकल लेनदेन से कम है. सितंबर में स्टोर पर 19.8 करोड़ लेनदेन हुए, जो 19.4 करोड़ ऑनलाइन पेमेंट से थोड़ा ज्यादा है. अप्रैल में ऑफलाइन लेनदेन 18.4 करोड़ था, जबकि ऑनलाइन 15.9 करोड़ था. सितंबर से शुरू होने वाले त्योहारी सीजन के दौरान ई-कॉमर्स की बिक्री बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन खर्च में भी तेजी आई है.
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की बिक्री में 26% की ग्रोथ
डेटम इंटेलिजेंस के एक अनुमान के अनुसार सितंबर और अक्टूबर में ई-कॉमर्स की बिक्री करीब 12 अरब डॉलर तक पहुंच गई, यह पिछले साल की तुलना में 23% ज्यादा है. यह इजाफा फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिक्री बढ़ने के कारण हुई है, जहां मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की बिक्री में 26% की ग्रोथ देखी गई है. क्विक-कॉमर्स में ऑनलाइन कार्ड खर्च साल दर साल के आधार पर 74% की दर से बढ़ रहा है. इसका सीधा असर किराना स्टोर के बिजनेस पर पड़ रहा है.
ऑनलाइन पेमेंट में बढ़ोतरी को बढ़ते हुए यूटिलिटी पेमेंट्स का भी सपोर्ट मिल रहा है. FY25 की दूसरी तिमाही में 62.7 करोड़ ऑनलाइन बिल पेमेंट हुए. इनकी कुल कीमत 2,38,897 करोड़ रुपये थी. वहीं पहली तिमाही में यह आंकड़ा 45.6 करोड़ लेनदेन का था और इनकी कुल रकम 1,23,345 करोड़ रुपये से ज्यादा है. हालांकि इसमें NPCI भारत बिल पेमेंट डेटा में UPI और डेबिट कार्ड के जरिये किये गए पेमेंट शामिल हैं.