नई दिल्ली: पुलवामा में हुए आतंकी हमले, जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हो गई. उस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि इससे पाकिस्तान को कितना और क्या-क्या नुकसान उठाने पड़ेंगे. वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) के नियमों के मुताबिक इसके सभी सदस्य देशों के अन्य सदस्य देशों को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा देना जरूरी है.


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MFN का दर्जा व्यापारिक रिश्ते को मजबूत करने और किसी तरह का भेदभाव नहीं करने के लिए होता है. इसलिए, भारत ने जैसे ही पाकिस्तान से यह दर्जा वापस लिया वैसे ही वहां से आयात होने वाले सभी सामान पर सीमा शुल्‍क बढ़ाकर 200 फीसदी कर दिया गया है. पिछले साल पाकिस्तान ने भारत को करीब 50 करोड़ डॉलर का निर्यात किया था, जिस पर बहुत बुरा असर पड़ने वाला है.


भारत ने पाकिस्तान को 1996 में यह दर्जा दिया था. हैरानी वाली बात है कि पाकिस्तान ने अभी तक भारत को MFN का दर्जा नहीं दिया है. यहां तक कि पाकिस्तान ने भारत से आयात को लेकर कड़े कानून बना रखा है. उसने 1209 आइटम को बैन कर रखा है जिसे भारत से आयात नहीं किया जा सकता है. भारत केवल 137 सामानों को पाकिस्तान निर्यात कर सकता है. भारत पाकिस्तान को कॉटन, केमिकल्स, सब्जियां और लोहे को निर्यात करता है. इसके बदले वहां से फल, सब्जियां, लेदर और सीमेंट आयात करता है.