Defence industry of Pakistan: पड़ोसी देश पाकिस्तान आने वाले दिनों में जमकर हथियार सप्लाई करेगा. पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को कहा गया है कि पाकिस्तान आने वाले कुछ वर्षों में मित्र देशों को रक्षा उत्पाद और उपकरण निर्यात करके लगभग 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर कमा सकता है.


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रक्षा उत्पादन मंत्रालय के सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) चिराग हैदर के अनुसार, पाकिस्तान ने एडवांस्ड ड्रोन, फाइटर जेट, कॉर्मशियल और रसद जहाजों, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और रडार सहित रक्षा उत्पादों और उपकरणों के निर्यात के लिए अंतर्राष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी और सेमिनार (IDEAS 2024) के दौरान 82 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं.  


55 से अधिक देशों ने लिया हिस्सा


हैदर ने कहा कि पिछले हफ्ते कराची में कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित IDEAS का 12वां संस्करण एक बड़ी सफलता थी और कई संभावित निर्यात समझौतों के साथ समाप्त हुआ. इस प्रदर्शनी में संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, तुर्की, ईरान, इटली, ब्रिटेन और अजरबैजान सहित 55 से अधिक देशों के रक्षा निर्माताओं और प्रदर्शकों ने भाग लिया.


हैदर ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने कुल 30 अरब अमेरिकी डॉलर के संभावित निर्यात ऑर्डर के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि यह ध्यान रखें कि एमओयू को पूरा होने और परियोजनाओं में बदलने में समय लगता है, क्योंकि इसे टेस्टिंग और ट्रायल से भी गुजारना होता है. हैदर ने कहा कि एमओयू आने वाले वर्षों में संभावित निर्यात ऑर्डर में तब्दील हो सकते हैं और होने भी चाहिए.


तीन साल में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रक्षा सौदा


रक्षा सचिव ने कहा कि पाकिस्तान ने 2022 में IDEAS के पिछले संस्करण के बाद से पिछले तीन वर्षों में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रक्षा निर्यात हासिल किया है. 


रक्षा निर्यात संवर्धन संगठन (DEPO) के महानिदेशक मेजर जनरल असद नवाज खान ने कहा कि अधिकांश एमओयू छह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के साथ किए गए हैं. जिनमें भारी उद्योग तक्षशिला (HIT), वाह में पाकिस्तान आयुध फैक्ट्री (POAF), पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) भी शामिल हैं.  उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन ने भी रक्षा उपकरण समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं. 


(इनपुट-पीटाआई)