Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान की हालात बेहद खराब है. राजनीतिक अस्थिरता के बीच आर्थिक संकट और गहराता जा रहा है. हालात ये है कि उसके पास सिर्फ 30 दिनों का वक्त बचा है. दरअसल ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody's) ने पाकिस्तान को लेकर जो संकेत दिए हैं, वो चिंताजनक है. रेटिंग एजेंसी ने पाकिस्तान की क्रेडिट रेटिंग घटा दी है. अपनी रिपोर्ट में मूडीज ने कहा है कि पाकिस्तान में चल रहे पॉलिटिकल क्राइसिस ने उसकी आर्थिक हालात को और गंभीर स्थिति में पहुंचा दिया है. मूडीज ने पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. कर्ज पर दिन गिन रहे पाकिस्तान के लिए यह रिपोर्ट डेथ वारंट से कम नहीं है. इस रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान के लिए कर्ज पाना आसमान से तारे तोड़ने जैसा हो गया है. 


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कर्ज के सहारे पाकिस्तान की इकोनॉमी


कर्ज के सहारे चल रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अब गहरे संकट में पहुंच चुकी है. IMF से मिले बेलआउट पैकेज के दम पर पाकिस्तान किसी तरह से दिन काट रहा है. लेकिन अब उसके पास सिर्फ 30 दिन का वक्त बचा है. दरअसल IMF की ओर से पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर की मदद मार्च में खत्म होने वाली है. यानी अगर मार्च तक उसे आईएमएफ से नया कर्ज नहीं मिला तो पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर पहुंच जाएगा.  


IMF से पाकिस्तान को कर्ज मिलना मुश्किल 


नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान की इकोनॉमी आईसीयू में है. पाकिस्तान आईएमएफ के बेलआउट पैकेज पर दिन काट रहा है. आईएमएफ की ओर से उसे 3 अरब डॉलर का पैकेज मिल चुका है. बेलआउट स्कीम की अंतिम किस्त अप्रैल में मिलनी है, लेकिन जो हालात, राजनीतिक असंभावनाएं पाकिस्तान में देखने को मिल रही है, उसे देखकर मूडीज ने दावा किया है कि राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच आने वाली सरकार के लिए अप्रैल में आईएमएफ से संपर्क करना मुश्किल होगा. अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और टूट जाएगी. 


मूडीज ने घटा दी पाकिस्तान की क्रेडिट रेटिंग


आईएमएफ ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का कर्ज दिया था. इस कर्ज के नौ महीने की डेडलाइन मार्च में खत्म हो जाएगी. मूडीज ने पाकिस्तान की राजनीतिक हालात का आंकलन करते हुए कहा है कि अगर आईएमएफ से कर्ज नहीं मिला तो अप्रैल तक पाकिस्तान की तिजौरी खाली हो जाएगी. इसे देखते हुए मूडीज ने पाकिस्तान की क्रेडिट रेटिंग को गिरा कर उसे CAA1 से कम करके CAA3 कर दिया है.  CAA3 रेटिंग डिफॉल्ट से सिर्फ 2 दर्जे ऊपर है. पाकिस्तान के हालात पर इस्लामाबाद के थिंक टैंक टैब एड लैब ने भी अपनी रिपोर्ट जारी की और कहा कि पाकिस्तान डिफॉल्ट की ओर बढ़ रहा है. उसकी अर्थव्यवस्था चक्रव्यू में फंस गई है, जिससे निकल पाना आसान नहीं है. वहीं पाकिस्तानी मीडिया डॉन ने अपनी रिपोर्ट  में लिखा कि पाकिस्तान में आने वाली राजनीतिक अस्थिरता की संभावना को देखते हुए मूडीज ने अपनी क्रेडिट रेटिंग को निगेटिविट कर दिया है.  


पाकिस्तान को इस साल चुकाना होगा 49.5 अरब डॉलर का कर्ज


पाकिस्तान के लिए कर्ज का चक्रव्यूह गहराता जा रहा है. विदेशी लोन, 6 गुना घरेलू ऋण, आईएमएफ से 3 अरब डॉलर की बेलआउट पैकेज इन सब कर्जों से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था जूझ रही है.मूडीज के मुताबिक पाकिस्तान को साल 2024 में करीब 49.5 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस पूरी रकम में 30 फीसदी हिस्सा सिर्फ ब्याज है.