Alibaba and Paytm: मौजूदा समय में डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) का चलन काफी बढ़ गया है. इंटरनेट और स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले तेजी से डिजिटल पेमेंट की ओर शिफ्ट हो रहे हैं. आज की खबर पेटीएम से जुड़ी है. आपको बता दें कि पेटीएम में पहले चीनी कंपनी अलीबाबा की हिस्सेदारी थी लेकिन अब जैक मा की कंपनी अलीबाबा (Jack Ma's company Alibaba) ने खुद को पेटीएम से अलग कर लिया है यानी चीनी कंपनी अलीबाबा ने पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी को पूरी तरह से बेच दिया है.


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गौरतलब है कि पेटीएम में पहले अलीबाबा की 3.4 फीसदी की हिस्सेदारी थी. पेटीएम से हिस्सेदारी बेचकर अलीबाबा जब अलग हुई है, तब से पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 Communications के शेयरों ने 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अब कंपनी में अलीबाबा के हिस्सेदारी शून्य रह गई है.


आपको बता दें कि अलीबाबा वह कंपनी है जो पेटीएम के शुरुआती निवेशकों में शामिल थी. अलीबाबा के ऐसा करने के पीछे एक बहुत बड़ा राज है. पिछले कुछ दिनों में भारत में टेक्नोलॉजी कंपनियों (Technology Companies in India) के शेयरों में आमतौर पर गिरावट देखने को मिली है. यही कारण है कि अलीबाबा भारत में टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों को बेचकर निकलना चाहती है. दिसंबर तिमाही के अंत तक पेटीएम में अलीबाबा की हिस्सेदारी 6.26 फीसदी की थी जिसमें से करीब 3 फीसदी हिस्सेदारी को जनवरी महीने में बेच दिया गया था.


चीनी कंपनी अलीबाबा ने बाकी बचे 3.4 फीसदी शेयरों को ब्लॉक डील के जरिए बेचा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पेटीएम का शेयर अब तक अपने इश्यू प्राइस से आगे नहीं बढ़ पाया लेकिन करीब 70 गिरावट के साथ इसके शेयर ट्रेड कर रहे हैं. हाल ही में पेटीएम के शेयरों (Paytm shares) में तेजी देखने को मिली थी. पिछले साल से तुलना की जाए इस साल पेटीएम का घाटा ₹779 करोड़ रुपये से घटकर 392 करोड़ रुपये रहा है.


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