पेट्रोल-डीजल नहीं होगा सस्ता, मोदी सरकार के मंत्री ने दिया ये बड़ा बयान
लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बीच सरकार के मंत्री सुरेश प्रभु ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि कीमतों को काबू करने के लिए पेट्रोल-डीजल की खपत को कम करना होगा.
नई दिल्ली: लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बीच सरकार के मंत्री सुरेश प्रभु ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि कीमतों को काबू करने के लिए पेट्रोल-डीजल की खपत को कम करना होगा. बाजार की ताकतों के हिसाब से खुद को तैयार करने की जरूरत है. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड के दाम में कमी आने के बावजूद पेट्रोल के दाम बढ़ना जारी हैं. राजधानी दिल्ली में इस वक्त पेट्रोल का दाम 74.63 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच चुका है. केंद्रीय मंत्री के इस बयान से साफ है कि सरकार फिलहाल पेट्रोल-डीजल की कीमतों को काबू करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाने जा रही है.
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) की वेबसाइट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 74.63 रुपए प्रति लीटर बिका रहा है. बीते हफ्ते यह 74.40 रुपए प्रति लीटर के भाव पर था. दिल्ली में पेट्रोल का भाव करीब पांच साल के सबसे उच्चतम स्तर पर है. इससे पहले 14 सितंबर को पेट्रोल के दाम राजधानी में 76.06 रुपए प्रति लीटर पहुंचे थे.
मुंबई में 82 रुपए के पार पेट्रोल
दिल्ली के अलावा देश के दूसरे महानगर कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में भी पेट्रोल की कीमतें नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैं. कोलकाता में पेट्रोल 77.32 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में 82.48 रुपए प्रति लीटर और चेन्नई में 78.61 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है.
दक्षिण एशिया में तेल भारत में सबसे महंगा
नई दरों के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 74.63 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई हैं, जो 14 सितंबर 2013 के बाद का उच्च स्तर है. दक्षिण एशियाई देशों में भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सर्वाधिक हैं. देश में विपणन दरों में लगभग आधी हिस्सेदारी करों की है. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच उत्पाद शुल्क में 9 बार बढ़ोतरी की. उत्पाद शुल्क में महज एक बार पिछले साल अक्तूबर में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई.
क्रूड की वजह से बढ़ रहे हैं दाम
पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों की वजह अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की बढ़ती कीमत है. अब इनके दाम हर दिन रिवाइज होते हैं. क्रूड ऑयल की कीमत जैसे-जैसे बढ़ती या घटती है, वैसे-वैसे पेट्रोल और डीजल भी महंगे या सस्ते होते जाते हैं. क्रूड के दाम 2014 के बाद अब तक सबसे ज्यादा है. क्रूड का भाव 74.00 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है. इसके अलावा, यूएस और यूरोपियन यूनियन की ओर से ईरान पर फिर प्रतिबंध लगाने की संभावना और सीरिया में बढ़ते संघर्ष से क्रूड की सप्लाई और कम हो सकती है. इससे क्रूड ऑयल की कीमतों में और इजाफा हो सकता है.
90 रुपए हो सकता है पेट्रोल
क्रूड ऑयल की कीमतों में बड़ा इजाफा हो सकता है और यह 80 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच सकता है. ऐसा होने पर भारत में पेट्रोल की कीमतें 90 रुपए तक जा सकती हैं और डीजल की कीमतें भी काफी बढ़ सकती हैं. इससे महंगाई और बढ़ेगी. यह आशंका दुनिया की सबसे बड़ी फाइनेंशियल और रिसर्च कंपनियों में से एक जेपी मॉर्गन ने जताई है. क्रूड पहले से 2014 के बाद के उच्चतम स्तर पर है.