साल 2021 में Gold तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड, 63,000 रुपये तक जा सकते हैं भाव
Gold Price in 2021: बुरे वक्त में लोग घरों में सोना रखते हैं, क्योंकि जब भी बुरा वक्त आता है, सोने के भाव बढ़ जाते हैं, जिससे लोगों को अच्छे पैसे मिलते हैं. अगर आपके पास भी सोना है तो ये जान लीजिए की आपकी लॉटरी लगने वाली है. क्योंकि अगले साल यानि 2021 में गोल्ड सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाला है.
2021 में सोने की कीमतें बढ़ेंगी
सोने की कीमतों में ये तेजी 2021 में एक और राहत पैकेज की उम्मीदों के चलते देखने को मिल सकती है, डॉलर की कमजोरी से भी सोने की कीमतों को सहारा मिल सकता है. साल 2020 में कोरानावायरस महामारी की वजह से आर्थिक और सामाजिक अनिश्चितताएं बढ़ीं हैं. जिससे लोगों का रूझान सोने की ओर सुरक्षित निवेश के तौर पर बढ़ा है. अगस्त में गोल्ड ने MCX पर 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था.
इस साल गोल्ड 56,191 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा
Commtrendz Risk Management Services के CEO ज्ञानशेखर त्यागारंजन का कहना है कि गोल्ड की साल की शुरुआत 39,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के साथ हुई थी. कोरोना महामारी ने शुरू में गोल्ड की कीमतों थोड़ा झटका लगा और ये 38,400 रुपये पर आ गईं, लेकिन यहां से कीमतें लगातार बढ़ती गईं और 56,191 रुपये तक पहुंच गईं.' उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की उम्मीदों और आर्थिक रिकवरी के संकेतों के बावजूद गोल्ड का आउटलुक हमेशा ही मजबूत रहेगा.'
गोल्ड के लिए 2021 में ट्रेंड पॉजिटिव
त्यागारंजन ने कहा कि राहत पैकेज की वजह से डॉलर में कमजोरी आएगी, जिससे गोल्ड की कीमतें और बढ़ेंगी. स्टिमुलस की वजह से महंगाई एक पॉजिटिव फैक्टर रहेगा जिससे 2021 में फिर से ज्यादा निवेश आने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि भारत और चीन से गोल्ड की फिजिकल डिमांड 2021 में केंद्र में होगी, जो कि बीते कुछ सालौं से कमजोर रही है, अब इसमें मजबूती आने की उम्मीद है. हम उम्मीद करते हैं कि गोल्ड की कीमतें साल 2021 में 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं.'
2021 में सोना 63000 तक जाएगा
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल का कहना है कि 'गोल्ड में अगले साल तेजी रह सकती है. ग्लोबल इकोनॉमिक रिकवरी की चिंताओं को देखते हुए 2021 में गोल्ड के लिए कॉमेक्स पर लक्ष्य 2,150 डॉलर और 2,390 डॉलर प्रति औंस है. जबकि भारत में MCX पर गोल्ड का लक्ष्य 57,000 रुपये और 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है.' तपन ने कहा कि 'आर्थिक गतिविधियों की धीमी रफ्तार, सुस्त लेबर मार्केट और भारी भरकम राहत पैकेज, ये ऐसे फैक्टर्स हैं जो गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट करेंगे'
भारत में इस साल गोल्ड डिमांड 49 परसेंट गिरी
World Gold Council (WGC) के मैनेजिंग डायरेक्टर (भारत) सोमासुंदरम पी आर का कहना है कि उपभोक्ता बाजार में लॉकडाउन की वजह से लॉजिस्टिक्स दिक्कतों की वजह से कंज्यूमर डिमांड में गिरावट देखने को मिली. सितंबर तिमाही तक भारत में डिमांड में 49 परसेंट तक की गिरावट आई, जो कि WGC के रिकॉर्ड के हिसाब से सबसे कम है' उनका कहना है कि आने वाली कुछ तिमाहियों में गोल्ड की कीमतों जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा. कम ब्याज दर, डिमांड में सुधार, लिक्विडिटी का शानदार स्तर गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट करेंगे.'