Income Tax के बाद मोदी सरकार के लिए एक और खुशखबरी, केंद्रीय मंत्री ने किया यह दावा
Modi Govt: दोनों ही लेवल पर टैक्स कलेक्शन मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 में बजट में तय टारगेट को पार कर गया है. 10 जनवरी तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.55 प्रतिशत बढ़कर 12.31 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
India Services Exports: मौजूदा वित्तीय वर्ष सरकार के लिए कई मायनों में राहत वाला साबित हो रहा है. रेलवे से कमाई बढ़ने के साथ ही सरकार को पर्सनल इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स के रूप में जबरदस्त फायदा हुआ है. इन दोनों ही लेवल पर टैक्स कलेक्शन मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 में बजट में तय टारगेट को पार कर गया है. 10 जनवरी तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.55 प्रतिशत बढ़कर 12.31 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. अब सरकार के लिए एक और मोर्चे पर खुशखबरी आ रही है. देश का सेवा निर्यात क्षेत्र भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस बारे में जानकारी दी.
300 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार कर जाएगा
गोयल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद चालू वित्त वर्ष में सेवाओं का निर्यात करीब 20 प्रतिशत बढ़कर 300 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार कर जाएगा. उन्होंने कहा कि वस्तुओं के निर्यात की बात की जाए, तो यह सेक्टर अच्छी वृद्धि दर्ज कर रहा है. दुनिया में मंदी, महंगाई के दबाव और जिंसों की ऊंची कीमत के बावजूद वस्तुओं का निर्यात अच्छा रहा है. उन्होंने कहा कि इन सब दबावों के बावजूद चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने (अप्रैल-दिसंबर) में देश का निर्यात 9 प्रतिशत बढ़ा है.
सरकार के प्रयासों के कदम दिखाई देने लगे
गोयल ने कहा, 'सेवाओं की बात करें, तो हमने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. सेवाओं के मामले में हम निर्यात में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेंगे. हम 300 अरब डॉलर के सेवा निर्यात के लक्ष्य को पार कर लेंगे.' उन्होंने कहा, 'वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियों तथा दुनिया के प्रत्येक हिस्से से दबाव की खबरों के बीच कुल मिलाकर यह एक बहुत ही संतोषजनक साल होगा.' उन्होंने कहा कि सरकार के संरचनात्मक सुधारों तथा ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे कदमों के नतीजे दिखने लगे हैं.
अप्रैल-दिसंबर 2022-23 के दौरान, कुल निर्यात नौ प्रतिशत बढ़कर 332.76 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात 24.96 प्रतिशत बढ़कर 551.7 अरब डॉलर रहा है. चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में व्यापार घाटा बढ़कर 218.94 अरब डॉलर हो गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 136.45 अरब डॉलर रहा था. पिछले वित्त वर्ष में देश का वस्तुओं का निर्यात 422 अरब डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था. (Input : PTI)
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