PM Modi बोले - 9 सालों में भारत बना 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दुनिया विश्वास भरी नजरों से देख रही...
India Became 5th largest economy: पीएम मोदी ने जी-20 मीटिंग में कहा कि आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक स्तर पर आशावाद और विश्वास देखते हैं. भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है.
PM Modi on Indian Economy: देश की अर्थव्यवस्था (India's Economy) की तारीफ करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने आज कई बड़ी बातें कही हैं. जी 20 व्यापार एवं निवेश मंत्रियों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही है और भारत को अवसरों तथा खुलेपन का संयोजन माना जा रहा है.
9 सालों में हुआ बड़ा सुधार
वह जी 20 व्यापार एवं निवेश मंत्रियों की मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए. इस मीटिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि पिछले नौ वर्षों में भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया और उसने प्रतिस्पर्धा का माहौल तथा पारदर्शिता बढ़ाई है.
अर्थव्यवस्था को लेकर है विश्वास
उन्होंने कहा कि आज हम भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक स्तर पर आशावाद और विश्वास देखते हैं. भारत को खुलेपन, अवसरों और विकल्पों के संयोजन के रूप में देखा जाता है.
डिजिटलीकरण को मिल रहा बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने डिजिटलीकरण का विस्तार किया है और नवाचार को बढ़ावा दिया है. हम लालफीताशाही से रेड कार्पेट की ओर बढ़े हैं. FDI के प्रवाह को उदार बनाया है. उन्होंने कहा कि सबसे बढ़कर हम नीतिगत स्थिरता लाए हैं. हम अगले कुछ वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
ग्लोबल व्यापार और निवेश बढ़ेगा
पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं ने विश्व अर्थव्यवस्था की परीक्षा ली और जी20 के सदस्यों के रूप में यह देशों की जिम्मेदारी है कि वे अंतरराष्ट्रीय व्यापार तथा निवेश में विश्वास का पुनर्निर्माण करें.
चुनौतियों का करना होगा सामना
प्रधानमंत्री ने कहा है कि हमें मजबूत और समावेशी वैश्विक मूल्य श्रृंखलाएं बनानी चाहिए जो भविष्य में पेश होने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें. इस संदर्भ में, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के मानचित्रण के लिए एक सामान्य ढांचा बनाने का भारत का प्रस्ताव महत्वपूर्ण है. उन्होंने ई-वाणिज्य की वृद्धि पर कहा कि बड़े और छोटे विक्रेताओं के बीच समान प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा है कि हमें उचित मूल्य खोज तथा शिकायत निवारण तंत्र में उपभोक्ताओं के समक्ष पेश होने वाली समस्या का भी समाधान तलाशने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि उनसे 60 से 70 प्रतिशत रोजगार का सृजन होता है और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में वे 50 प्रतिशत योगदान करते हैं.
MSME के समर्थन की जरूरत
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें MSME के निरंतर समर्थन की जरूरत है... हमारे लिए एमएसएमई का मतलब सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमों को अधिकतम समर्थन है. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित ‘जयपुर इनीशिएटिव टू फोस्टर सीमलेस फ्लो ऑफ इंफॉर्मेशन टू एमएसएमई’ इस क्षेत्र के समक्ष पेश होने वाली समस्याओं का समाधान तलाशेगी.
मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप यह सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करेंगे कि वैश्विक व्यापार प्रणाली धीरे-धीरे अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण और समावेशी भविष्य में परिवर्तित हो जाए.
इनपुट - भाषा एजेंसी