बस कुछ घंटे का इंतजार... रेलवे को मिलेगा 18वां जोन, कौन-कौन से डिवीजन होंगे शामिल
SCoR in Visakhapatnam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन पहले कई राज्यों को रेल प्रोजेक्ट की सौगात देने के बाद 8 जनवरी को विशाखापत्तनम में नए रेलवे जोन साउथ कोस्टल रेलवे (S Co R) के मुख्यालय की आधारशिला रखने वाले हैं.
South Coastal Railway: उत्तरी आंध्र प्रदेश के लोगों का लंबे समय का इंतजार अब से कुछ ही घंटों बार हकीकत में बदलने जा रहा है. यहां के निवासियों का लंबे समय से सपना था कि विशाखापत्तनम में एक अलग रेलवे जोन बनाया जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 जनवरी को विशाखापत्तनम में नए रेलवे जोन साउथ कोस्टल रेलवे (S Co R) के मुख्यालय की आधारशिला रखने वाले हैं. यह संबंधित क्षेत्र के साथ ही उन लोगों के लिए भी मील का पत्थर होगा, जो लंबे समय से विशाखापत्तनम में रेलवे जोन का हेडक्वार्टर बनाने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं.
'अभी आराम करने का समय नहीं'
ऐसे लोग जो लोग लंबे समय से इस मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे वे इस बात से खुश हैं कि विशाखापत्तनम में रेलवे जोन की आधार शिला रखी जा रही है. लेकिन उनका कहना है कि अभी आराम करने का समय नहीं है. उनका कहना है कि इस क्षेत्र में पहले से कई तरह की समस्याएं हैं जैसे पैसे की कमी, कर्मचारियों के रिक्त पद और नई रेलवे लाइन बिछाने में देरी हो रही है. ऐसे में उन्होंने मांग की कि नए रेलवे जोन को जल्द से जल्द शुरू किया जाना चाहिए.
रेल मंत्री के संज्ञान में लाया गया यह मामला
पूर्वी तट रेलवे श्रमिक संघ (ECORSU) के पूर्व महामंत्री चालसानी गांधी ने बताया कि साउथ कोस्टल रेलवे (S Co R) के संचालन में देरी के कारण वाल्टेयर डिवीजन में रिक्त पदों को ओडिशा के खुर्दा और संबलपुर डिवीजन में ट्रांसफर किया जा रहा है. मैं इस मामले को विशाखापत्तनम के सांसद एम. श्रीभारत के संज्ञान में लाया था. उन्होंने इस मामले से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को अवगत कराया है. उन्होंने कहा जब तक भवन का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, तब तक रेलवे स्टेशन के पास स्थित मौजूदा रेलवे भवन या हाल ही में निर्मित पांच मंजिला गति शक्ति भवन का इस्तेमाल एससीओआर (S Co R) जनरल मैनेजर के ऑफिस के लिये किया जा सकता है.
रेलवे के ज्यादातर कर्मचारियों को विशाखापत्तनम में ही रहना होगा
जिन दूसरे मामलों को तत्काल एड्रेस करने की जरूरत है उनमें विशाखापत्तनम में हेडक्वार्टर के साथ मौजूदा वाल्टेयर डिवीजन का लगातार संचालन और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) की शीघ्र स्वीकृति. यह लंबे समय से रेलवे बोर्ड के पास लंबित है. रेलवे के कई अहम हिस्से जैसे कि डीजल इंजन की मरम्मत की जगह, इलेक्ट्रिक इंजन की मरम्मत की जगह और रेलगाड़ियों की मरम्मत की जगह, विशाखापत्तनम में ही है. इसलिए, रेलवे के ज्यादातर कर्मचारियों को विशाखापत्तनम में ही रहना होगा.
कंपनियों को माल ढोने के लिए रेलगाड़ियों की जरूरत
इसके अलावा, शहर में रेलवे के अधिकारियों का होना बहुत जरूरी है. क्योंकि उन्हें शहर में मौजूद कई कंपनियों के साथ मिलकर काम करना होता है. इन कंपनियों को माल ढोने के लिए रेलगाड़ियों की जरूरत होती है. पहले ही यह योजना बनाई जा चुकी है कि रेलवे जोन के मुख्यालय का निर्माण कैसे किया जाएगा. योजना के अनुसार इस भवन को बनाने में करीब 154 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. यह योजना केंद्र सरकार के विभाग सीपीडब्ल्यूडी (CPWD) द्वारा तय नियमों के आधार पर 2021 में बनाई गई थी.
भारतीय रेलवे का 18वां जोन होगा
साउथ कोस्टल रेलवे आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में बनने वाला नया क्षेत्रीय कार्यालय यानी इंडियन रेलवे का 18वां जोन होगा. अभी रेलवे के देशभर में 17 जोन और इनके 68 डिवीजन है. इस जोन जो बनाने की घोषणा तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 27 फरवरी, 2019 को की थी. इस जोन के शुरू होने से क्षेत्र को अच्छी कनेक्टिविटी बेहतर होने और ज्यादा ट्रेनें आदि संचालित होने की उम्मीद है.
नए जोन में रहेंगे ये डिवीजन
नए जोन साउथ कोस्ट रेलवे (SCoR) में मौजूदा गुंटकल, गुंटूर और विजयवाड़ा डिवीजन को शामिल किया जाएगा. इसके अलावा मौजूदा वाल्टेयर डिवीजन को दो भागों में विभाजित करने का प्लान है. वाल्टेयर डिवीजन का एक हिस्सा नए जोन यानी साउथ कोस्ट रेलवे में शामिल किया जाएगा और इसे पड़ोसी विजयवाड़ा डिवीजन के साथ मर्ज कर दिया जाएगा. वाल्टेयर डिवीजन के बाकी हिस्से को ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) के तहत रायगडा (Rayagada) में मुख्यालय के साथ नए डिवीजन में बदल दिया जाएगा.