PPF Account: इंवेस्टमेंट करने के लिए कई सारे विकल्प मौजूद हैं. इन विकल्पों में पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम भी शामिल है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम के जरिए लोग लंबे समय के लिए निवेश कर सकते हैं. साथ ही अच्छा रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं. इस स्कीम में लोगों को ब्याज हासिल होता है. हालांकि कई बार लोगों का पीपीएफ अकाउंट बंद हो जाता है. ऐसे में इसे वापस चालू करवाने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए.


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पीपीएफ अकाउंट
पीपीएफ अकाउंट में एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपये का निवेश किया जाता है. वहीं अधिकतम इस स्कीम में 1.5 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट किया जाता है. हालांकि अगर किसी वित्त वर्ष में पीपीएफ अकाउंट होल्डर 500 रुपये का मिनिमम इंवेस्टमेंट भी नहीं कर पाता है तो अकाउंट बंद हो सकता है. इसके अलावा कुछ अन्य कारणों की वजह से भी अगर पीपीएफ अकाउंट बंद हो जाए तो इसे फिर से शुरू भी करवाया जा सकता है.


पीपीएफ
पीपीएफ अकाउंट में 15 साल का मैच्योरिटी पीरियड होता है. ऐसे में इस खाते को मैच्योरिटी की अवधि से पहले स्थायी तौर पर बंद नहीं करवाया जा सकता है. हालांकि अगर किसी कारणवश बीच में अकाउंट बंद हो जाता है तो मैच्योरिटी की तारीख से पहले इसे फिर से शुरू करवाया जा सकता है.


पीपीएफ बैलेंस
मैच्योरिटी पीरियड से पहले अगर किसी बंद पड़े पीपीएफ अकाउंट को दोबारा शुरू करना है तो इसके लिए जिस बैंक में पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है वहां पर या फिर पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है तो वहां पर लिखित में आवेदन देना पड़ेगा. साथ ही मिनिमम 500 रुपये और 50 रुपये का शुल्क भी साथ में जमा करना होगा. वहीं बंद पड़े पीपीएफ अकाउंट में अगर कोई पैसा है तो उसे मैच्योरिटी से पहले नहीं रिवाइव किया जा सकता.


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