मुंबई: घरेलू शेयर बाजार में पिछले सप्ताह बिकवाली के दबाव में भारी गिरावट दर्ज की गई, लेकिन आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर निवेशकों की नजर होगी. साथ ही, प्रमुख कंपनियों की बीती तिमाही के नतीजों और मानसून की प्रगति से भी बाजार को दिशा मिलेगी. इसके अलावा, शेयर बाजार की चाल तय करने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश रुझानों की भी अहम भूमिका होगी. बाजार की नजर डॉलर के मुकाबले घरेलू मुद्रा रुपये की चाल और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव पर भी बनी रहेगी. 


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जून में खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी
बीते सप्ताह के आखिर में जारी खुदरा महंगाई दर और औद्योगिकी उत्पादन के आंकड़ों पर आगामी कारोबारी सत्र के आरंभ में ही बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी. देश में खुदरा महंगाई दर जून में बीते महीने मई के 3.05 फीसदी से बढ़कर 3.18 फीसदी हो गई. वहीं, मई में देश के औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार सुस्त रही. बीते सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, मई में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर पिछले साल के 3.8 फीसदी के मुकाबले घटकर 3.1 फीसदी रह गई. 


बहुत जल्द जारी होगी थोक महंगाई दर
अगले सप्ताह के आरंभ में ही सोमवार को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी होंगे, जिस पर बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है. वहीं, बीते महीने जून के व्यापार संतुलन के आंकड़े भी सोमवार को ही जारी होंगे. पिछले सप्ताह देश की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस के नतीजे जारी हुए जिस पर बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी. वहीं, अगले सप्ताह कई देसी कंपनियां बीती तिमाही के अपने नतीजे जारी करेंगी. विप्रो और यस बैंक द्वारा मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए जा सकते हैं. 


सोमवार को IIP का डेटा भी जारी होगा
विदेशी मोर्चे पर चीन में दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े और जून महीने के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी सोमवार को ही जारी होंगे. इसके अलावा, जापान में वित्त मंत्रालय द्वारा गुरुवार को उपभोक्ता महंगाई दर के आंकड़े जारी किए जाएंगे जबकि आंतरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा उपभोक्ता महंगाई दर के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जाएंगे.