Indian Railway: पश्चिम रेलवे ने एक यात्री से माफीनामा लिखवाने के आरोप में एक ट्रेन टिकट परीक्षक (TTE) को निलंबत कर दिया है. रेलवे से संबंधित एक अधिकारी ने बताया कि यात्री ने टीटीई से मराठी में बात करने के लिए कहा था, जिसके बाद दोनों के बीच बहस हुई. बाद में टीटीई ने यात्री से कथित तौर पर एक माफीनामा लिखवाया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने बताया कि माफीनामा की तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद कुछ यात्रियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद टीटीई के खिलाफ ये कार्रवाई की गई.


पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं जो नालासोपारा स्टेशन पर तीन नवंबर को हुई. उन्होंने बताया कि इस मामले में टीटीई राकेश मौर्य को निलंबित कर दिया गया है.


बेहतरीन सेवा प्रदान करना हमारा लक्ष्यः रेलवे


उन्होंने कहा, ‘‘सभी यात्री, चाहे उनका धर्म, भाषा या क्षेत्र कुछ भी हो, हमारे लिए समान हैं. उन्हें बेहतरीन सेवा प्रदान करना हमारा लक्ष्य है. मामले की गहन जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’’


अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया मंच पर कथित माफीनामा सोमवार को सामने आने के बाद करीब 70 से 80 यात्रियों ने नालासोपारा स्टेशन पर एक विरोध प्रदर्शन किया.



क्या है मामला?


अधिकारियों के अनुसार, टीटीई ने यात्री अमित पाटिल और उनकी पत्नी से लोकल ट्रेन टिकट दिखाने के लिए कहा था, जिसके बाद दंपति ने टीटीई से कहा कि उन्हें हिंदी समझ नहीं आती, इसलिए वह मराठी में बात करें. इसके बाद उनके बीच एक बहस शुरू हो गई.


उन्होंने बताया कि टीटीई इसके बाद दंपति को रेलवे सुरक्षा बल के कार्यालय ले गया, जहां पाटिल ने दावा किया कि अधिकारी ने उन्हें धमकाया और उनसे माफीनामा लिखवाया.


पश्चिम रेलवे ने एक बयान जारी करके सभी भाषाओं और यात्रियों का सम्मान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. इसमें कहा गया है कि पश्चिम रेलवे देशभर में बोली जाने वाली सभी भाषाओं का सम्मान करता है तथा अपने यात्रियों की विविधता को महत्व देता है तथा विविधता में एकता पर अडिग है.’’