FirstCry Share Price: र‍तन टाटा (Ratan Tata) और सच‍िन तेंदुलकर (Sachin Ramesh Tendulkar) को शेयर बाजार में मंगलवार को हुई ल‍िस्‍ट‍िंग से जबरदस्‍त फायदा हुआ. दोनों द‍िग्‍गजों को यह फायदा फर्स्टक्राई (FirstCry) की पैरेंट कंपनी ब्रेनीज सॉल्यूशंस (Brainees Solutions) की शेयर लि‍स्‍ट‍िंग से हुआ. कंपनी के आईपीओ ने शेयर मार्केट में मंगलवार को धमाका कर दिया. इससे निवेशकों की लॉटरी लगने के साथ ही सचिन तेंदुलकर और रतन टाटा समेत कई द‍िग्‍गजों को अच्‍छी खासी कमाई हुई.


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शेयर एनएसई पर 651 रुपये पर लिस्ट हुए


बाजार के जानकारों को उम्मीद थी कि फर्स्टक्राई की पेरेंट कंपनी ब्रेनीज सॉल्यूशंस के शेयर ग्रे मार्केट में मिल रही कीमत के हिसाब से ही ल‍िस्‍टेड होंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं और कंपनी के शेयर एनएसई पर 651 रुपये पर लिस्ट हुए. यह इसके इश्यू प्राइस 465 रुपये से 40 फीसदी ज्यादा है. जबकि ग्रे मार्केट में शेयर को लेकर केवल 20% तक की बढ़ोतरी होने की उम्‍मीद जताई जा रही थी.


सचिन तेंदुलकर को न‍िवेश पर 33 प्रत‍िशत का फायदा
शेयर बाजार में दमदार लिस्टिंग से सचिन तेंदुलकर को अपने न‍िवेश पर फायदा हुआ है. उन्होंने कंपनी के शेयर आईपीओ प्राइस से ज्‍यादा के दाम पर खरीदे थे. अब ल‍िस्‍ट‍िंग के द‍िन दिग्गज क्रिकेटर को कंपनी में क‍िये गए न‍िवेश पर 3.35 करोड़ से ज्‍यादा का फायदा हुआ है. अक्टूबर 2023 में सचिन रमेश तेंदुलकर और उपकी पत्‍नी अंजलि सचिन तेंदुलकर ने कंपनी में 10 करोड़ का निवेश किया. उस समय उन्‍होंने 487.44 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 2.05 लाख से ज्‍यादा इक्‍व‍िटी शेयर खरीदे थे. उनका यह दाम आईपीओ इश्यू प्राइस से ज्‍यादा था. लेक‍िन अब 651 रुपये प्रति शेयर के लिस्टिंग प्राइस पर कंपनी में उनके 10 करोड़ बढ़कर 13.35 करोड़ हो गए. पहले कारोबारी सत्र के दौरान 707.05 रुपये के हाई लेवल पर मास्‍टर ब्‍लास्‍टर का निवेश बढ़कर 14.5 करोड़ रुपये हो गया.


66 लाख कैसे बन गए 5.50 करोड़
इसी तरह रतन टाटा ने साल 2016 में 84.72 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 77,900 इक्‍व‍िटी शेयर खरीदने के लिए कंपनी में 66 लाख का निवेश किया था! लेकिन लिस्टिंग के समय उनका निवेश बढ़कर 5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. लिस्टिंग प्राइस पर रतन टाटा के 77,900 शेयरों की कीमत 5.07 करोड़ थी, जिससे उन्हें 670 फीसदी का रिटर्न मिला. दिन के हाई लेवल पर उनकी हिस्सेदारी की कीमत बढ़कर 5.50 करोड़ रुपये हो गई. हालांकि, आपको बता दें रतन टाटा और सच‍िन तेंदुलककर आईपीओ से पहले के निवेशक हैं. न‍ियमानुसार शेयर अलॉटमेंट से कुछ महीने तक वे अपने निवेश को वापस नहीं ले सकते. सेबी के नियमों के अनुसार, आईपीओ से पहले के निवेशक जो ओएफएस हिस्से में हिस्सा नहीं ले रहे हैं वे अपने मौजूदा शेयर बेच नहीं सकते हैं.


फर्स्टक्राई की पेरेंट कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस का आईपीओ 6 अगस्त से 8 अगस्त तक खुला रहा था. कंपनी ने अपने शेयर को 440 से 465 रुपये प्रति शेयर के दाम पर पेश किया था, जिसमें एक लॉट में 32 शेयर थे. कंपनी ने अपने आईपीओ से 4,193.73 करोड़ रुपये जुटाए जो कुल मिलाकर 12.22 गुना से कुछ ज्‍यादा सब्सक्राइब हुआ.