नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा पेश किे साल 2018-19 के बजट पर ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज प्रतिक्रिया दी है. मूडीज ने गुरुवार को बजट को सरकार के फिस्कल कंसॉलिडेशन की तरफ बढ़ने के लिए मुफीद बताया है. मूडीज का कहना है कि यह बजट भारत की अपग्रेडेड रेटिंग्स को सही ठहराता है. अपने बजट के भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के लिए फिस्कल डेफिसिट को जीडीपी का 3.3 रखा है. इससे पहले फिस्कल डेफिसिट के 3.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'लॉन्ग टर्म बेनिफिट्स दिखेंगे'
मूडीज के इन्वेस्टर्स सर्विस के वाइस प्रेजिडेंट जॉय रैंकथोग ने बजट पर बात करते हुए कहा, 'सरकार का घोषित किए गए ज्यादातर खर्चे प्रॉडक्टिव इन्वेस्टमेंट हैं. अगर यह बजट सही से लागू किया गया तो आप इसके मीडियम और लॉन्ग टर्म बेनिफिट्स दिखेंगे.' 


14 साल में पहली बार बढ़ाई थी रेटिंग
गौरतलब है कि मूडीज के इन्वेस्टर्स सर्विस ने 14 सालों में पहली बार भारत की सॉवरिन क्रेडिट रेटिंग को नवंबर में अपग्रेड कर दिया था. मूडीज ने कहा था कि सरकार के इकोनॉमिक रिफॉर्म्स से देश की इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार बेहतर होगी.


इंफ्रा पर सरकार का जोर
आपको बता दें क कि सरकार ने देश में इन्फ्रा प्रॉजेक्ट्स के लिए 5.97 लाख करोड़ का बजट स्वीकृत किया है, साथ ही रोजगार और लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए भी सरकार ने कई घोषणाएं की है.