शहरी सहकारी बैंकों को डिजिटल तरीके से तैयार होने की जरूरत: RBI डिप्टी गवर्नर
सहकारी समितियों के राज्य पंजीयकों (आरसीएस) के दूसरे सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वामीनाथन ने भारतीय रिजर्व बैंक और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के बीच एक-दूसरे की भूमिकाओं का सम्मान करते हुए समन्वित जुड़ाव के महत्व पर भी जोर दिया.
Urban Cooperative Banks: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने शहरी सहकारी बैंकों को डिजिटल रूप से विकसित होने, सूचना प्रौद्योगिकी और साइबर सुरक्षा खामियों को दूर करने जैसे मुद्दों को हल करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा के लिए परिसमापन प्रक्रिया में सुधार के महत्व पर भी प्रकाश डाला. सहकारी समितियों के राज्य पंजीयकों (आरसीएस) के दूसरे सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्वामीनाथन ने भारतीय रिजर्व बैंक और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के बीच एक-दूसरे की भूमिकाओं का सम्मान करते हुए समन्वित जुड़ाव के महत्व पर भी जोर दिया.
यूसीबी के लिए वित्तीय संकेतकों में सुधार हुआ
उन्होंने कहा कि यूसीबी के लिए वित्तीय संकेतकों में सुधार हुआ है. उन्होंने व्यापार, परिसंपत्ति की गुणवत्ता और नकदी में वृद्धि की गुंजाइश का उल्लेख किया. रिजर्व बैंक ने कहा कि सहकारी समितियों के राज्य पंजीयकों (RCS) के दूसरे सम्मेलन की सह-अध्यक्षता रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव और स्वामीनाथन ने की. इसमें रिजर्व बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया.
दिसंबर के पहले हफ्ते में एमपीसी मीटिंग!
इसके अलावा दिसंबर महीने में रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीति की मीटिंग दिसंबर महीने के पहले हफ्ते में होने की उम्मीद है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी आबीआई (RBI) की तरफ से नीतिगत रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. हालांकि पिछले दो महीने में फेड रिजर्व की तरफ से ब्याज दर में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद ब्याज दर कम करने को लेकर दबाव है. लेकिन रिटेल महंगाई दर के 14 महीने के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के बाद किसी भी प्रकार की कटौती की उम्मीद नहीं की जा रही.
आपको बता दें पिछली 10 एमपीसी की मीटिंग से रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर ही कायम रखा हुआ है. पहले कुछ जानकारों की तरफ से दिसंबर में रेपो रेट में कटौती की उम्मीद की जा रही थी. लेकिन हालिया महंगाई दर के आंकड़े सामने आने के बाद इसकी उम्मीद न के बराबर है. (भाषा से भी)