RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक आज से शुरू हो गई. तीन दिन तक चलने वाली में नीत‍िगत ब्याज दर पर फैसला किया जाएगा. हालांकि, महंगाई से जुड़ी चिंता और आर्थिक वृद्धि की मजबूत रफ्तार को देखते हुए इस बैठक में नीतिगत ब्याज दर में किसी बदलाव की कम संभावना ही जताई जा रही है. एमपीसी नीतिगत दर में किसी भी बदलाव के बारे में फैसला करने वाली सर्वोच्च इकाई है. इस बैठक की अध्यक्षता रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकान्त दास करेंगे. बैठक में लिए जाने वाले फैसलों की घोषणा गुरुवार को आरबीआई गवर्नर करेंगे.


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रेपो रेट के 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रहने की उम्‍मीद


जानकारों का कहना है कि एमपीसी पिछली कई बैठक की तरह इस बार भी रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला कर सकती है. खुदरा महंगाई दर को लेकर जुड़ी चिंताएं और आर्थिक वृद्धि की रफ्तार कायम रहना इसकी वजह हो सकती हैं. जून में खुदरा महंगाई दर चार महीने के हाई लेवल 5.08 प्रतिशत पर पहुंच गई. सब्जियों एवं अन्य कुछ प्रमुख खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से खुदरा महंगाई बढ़ी है. एसबीआई की र‍िसर्च रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई (RBI) इस बैठक में अपने मौद्रिक रुख को जारी रखेगा जिसमें उदार रुझान को वापस लेने की बात कही गई है.


पिछली बार फरवरी 2023 में हुआ बदलाव
गोल्डमैन सैक्‍स ने 8 अगस्त को रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने की संभावना जताई है. आरबीआई ने पिछली बार फरवरी, 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया था. उसके बाद से इसने अपनी पिछली सात द्विमासिक मौद्रिक समीक्षाओं में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. डीबीएस बैंक की एग्‍जीक्‍यूट‍िव डायरेक्‍टर और सीन‍ियर इकोनॉम‍िस्‍ट राधिका राव ने कहा कि मजबूत घरेलू वृद्धि और महंगाई के मेल को ध्यान में रखते हुए एमपीसी अपने सतर्क दृष्टिकोण को दोहराने और अपने 'उदार रुख को वापस लेने' का रवैया बनाए रख सकती है.


आठवीं बार ब्याज दर पुराने स्‍तर पर ही कायम
बार्कलेज की रीजनल इकोनॉम‍िस्‍ट श्रेया सोधानी ने कहा कि वैश्‍व‍िक आर्थिक दृष्टिकोण और घरेलू महंगाई संभावना पर एमपीसी की टिप्पणी इस हफ्ते के अंत में फोकस करेगी. सोधानी ने कहा, ‘हम दिसंबर की एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कटौती के अपने पूर्वानुमान पर कायम हैं. हालांकि, महंगाई आरबीआई की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहती है तो इसमें देरी भी हो सकती है.’ सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के फाउंडर और चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि आरबीआई लगातार आठवीं बार ब्याज दर को स्थिर रखने का फैसला कर सकता है. (इनपुट भाषा से भी)