मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को धन जुटाने में आसानी के लिए उनका पूंजी अनुपात (लीवरेज रेशियो) कम कर दिया है. इससे बैंक ज्यादा पूंजी जुटाकर अधिक कर्ज बांटने की स्थिति में होंगे. रिजर्व बैंक ने घरेलू तौर पर व्यवस्थित महत्वपूर्ण बैंकों के लिए लीवरेज रेशियो को कम करके चार प्रतिशत कर दिया है. वहीं अन्य बैंकों के लिए यह साढ़े तीन प्रतिशत होगा.


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रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा कि नयी व्यवस्था एक अक्टूबर 2019 से शुरू होने वाली तिमाही से प्रभावी होगी. लीवरेज रेशियो या पूंजी के अनुपात को बासिल-3 नियमों में स्पष्ट किया गया है. यह किसी भी बैंक के लिए उसके द्वारा बांटे गए ऋण के अनुपात में उसकी कुल टियर-1 पूंजी होती है.