नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को 31 दिसंबर 2018 से पहले अपने मैग्नेटिक स्ट्रिप एटीएम सह डेबिट कार्ड को ईएमवी चिप आधारित कार्ड से बदलवाने के लिये कहा है. कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी से ग्राहकों की रक्षा के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को केवल चिप आधारित और पिन सक्षम डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए कहा है.


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चिप कार्ड धोखाधड़ी से बचाता है
ईएमवी चिप कार्ड जाली कार्ड बनाकर होने वाली धोखाधड़ी से बचाता है. ईएमपीवी कार्ड और पिन सुविधा ग्राहकों को कार्ड खो जाने और चोरी से जुड़ी धोखाधड़ी और जाली कार्ड बनाकर धोखाधड़ी से रक्षा करता है.


 



 


एसबीआई ने अपने ट्वीट में कहा, 'प्रिय ग्राहक, यह बदलाव का समय है. आरबीआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, 2018 के अंत तक आपको अपने मेगस्ट्रिप डेबिट कार्ड को ईएमवी चिप डेबिट कार्ड से बदलने की जरूरत है. इसके लिए आपको कोई भी शुल्क नहीं देना होगा.' जून अंत तक एसबीआई ने 28.9 करोड़ एटीएम सह डेबिट कार्ड जारी किये हैं, जिसमें से अधिकतर चिप आधारित कार्ड हैं. कुछ अन्य बैंक भी मेगस्ट्रिप कार्ड को ईएमवी कार्ड से बदल रहे हैं.


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कार्ड का ऐसे करें इस्‍तेमाल नहीं होगी धोखाधड़ी
- एटीएम कार्ड गोपनीय तरीके से और सुरक्षित रखें.
- कार्ड पर पासवर्ड लिखने की भूल कभी न करें.
- हर लेन-देन पूरा होने या अधूरा रहने के बाद एटीएम में दिए गए 'कैंसिल' का बटन जरूर दबाएं.
- प्रत्येक लेनदेन के साथ मिनी स्टेटमेंट जरूर लें ताकि आपके पास रिकॉर्ड हो.
- बैंक की एसएमएस अलर्ट सर्विस सबस्क्राइब करें. 
- एटीएम कार्ड काम नहीं करने पर अलग-अलग मशीनों पर आजमाएं नहीं.
- पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें
- पासवर्ड डालते वक्त किसी की नजर न पड़े इसलिए झुककर या मशीन से सटकर खड़े रहें.
- अपरिचित या अंजान व्यक्ति को कार्ड कभी भी न दें.
- कार्ड गुम या चोरी होने पर बैंक को तुरंत सूचना देकर ब्लॉक कराएं.
- एटीएम उपयोग के दौरान अपरिचितों की मदद नहीं लें.
- ऐसे एटीएम का उपयोग नहीं करें जहां पूरी तरह रोशनी न हो, सुरक्षा का अभाव हो या सुनसान जगह पर हो.
- जिस एटीएम पर सिक्योरिटी का पुख्ता इंतजाम हो, ऐसे एटीएम का ही प्रयोग करें.


इनपुट एजेंसी से भी