Mutual Fund: देश में करोड़ों लोग म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करते हैं. म्यूचुअल फंड में हर महीने एक राशि को निवेश किया जा सकता है. इसके अलावा लोग लॉन्ग टर्म के लिए अगर म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करने से अच्छा रिटर्न भी कमा सकते हैं. हालांकि अब सेबी की ओर से म्यूचुअल फंड को लेकर अहम कदम उठाया जाने वाला है. इसको लेकर भी लोगों को जानकारी जरूर होनी चाहिए.


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सेबी ने दी जानकारी


दरअसल, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) म्यूचुअल फंड की गलत बिक्री का पता लगाने के लिए एक AI उपकरण बना रहा है. सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इससे आने वाले वक्त में निवेशकों को ही काफी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.


दिया उदाहरण


सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी ने गलत बिक्री का एक उदाहरण देते हुए कहा कि हाल में 90 साल के एक व्यक्ति को सात साल की लॉक-इन अवधि के साथ एक उत्पाद बेच दिया गया. उन्होंने कहा कि एल्गोरिदम से ऐसे मामलों को पकड़ने में मदद मिलेगी. जिससे लोगों को सही उत्पाद बेचा जा सकेगा.


इनका भी रखना होगा ध्यान


बुच ने यहां चौथे ग्लोबल फिनटेक उत्सव में कहा, ‘हम गलत बिक्री को रोकने के लिए काम कर रहे हैं, जो म्यूचुअल फंड वितरक, एजेंट या कोई अन्य ऐसा व्यक्ति कर सकता है.’ उन्होंने स्वीकार किया कि यह एक बहुत जटिल समस्या है, जिस पर काबू पाने के लिए एआई की जरूरत है.


क्या होता है म्यूचुअल फंड?


बता दें कि म्यूचुअल फंड एक पेशेवर फंड मैनेजर के जरिए प्रबंधित धन का एक पूल है. यह एक ट्रस्ट है जो कई निवेशकों से पैसा इकट्ठा करता है जो एक सामान्य निवेश उद्देश्य साझा करते हैं और उसे इक्विटी, बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स और/या अन्य प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं. बाजार में अलग-अलग प्रकार के म्यूचुअल फंड हैं, जिनमें निवेशक निवेश कर सकते हैं.