मुंबई : यूरोपीय बाजारों से कमजोर रख के बीच बिकवाली दबाव के चलते घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आज लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में जारी रही जहां सेंसेक्स एक महीने के निचले स्तर 28,224 अंक पर बंद हुआ।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशियों के बीच पहली सार्वजनिक बहस में डेमो्रकेट हिलेरी क्लिंटन के अच्छे प्रदर्शन से निवेशकों में उत्साह के बीच शेयर बाजारों की शुरूआत बहुत अच्छी रही। लेकिन तेल उत्पादक देशों की आगामी बैठक को लेकर आशंकाओं ने इस तेजी को जारी नहीं रहने दिया।


इसके अलावा गुरवार को समाप्त होने वाले वायदा व विकल्प सौदों तथा चार अक्तूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक को लेकर भी बाजार में अनिश्चितता रही। इसका नकारात्मक असर बाजार पर दिखा।


बीएससी के 30 शेयर आधारित सेंसेक्स की शुरआत मजबूत रही। हालांकि अंतिम कारोबारी घंटे में यह दबाव में आ गया और 70.58 अंक की गिरावट दिखाता हुआ 28,223.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स बीते दो सत्रों में 478.85 अंक टूटा था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 16.65 अंक टूटकर 8706.40 अंक पर बंद हुआ।


जियोजित बीएनपी परिबा फिनांशल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, ‘बीते कुछ दिनों में एफआईआई शुद्ध बिकवाल रहे हैं। इसके अलावा एक दिन बाद समाप्त होने वाले वायदा व विकल्प सौदों तथा चार अक्तूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक को लेकर भी अनिश्चितता का माहौल रहा।’