Stock Market Closing Today, 25 October: शेयर मार्केट (Share market) में लगातार गिरावट जारी है. पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव की वजह से बाजार में बिकावली का सिलसिला जारी है. आज लगातार पांचवे दिन स्टॉक मार्केट धड़ाम हो गया है. सेंसेक्स और निफ्टी (Sensex-Nifty) दोनों ही इंडेक्स करीब 1 फीसदी तक गिर गए. सेंसेक्स 522.82 अंक यानी 0.81 प्रतिशत गिरकर 64,049.06 अंक पर बंद हुआ. बाजार में गिरावट की वजह से निवेशकों को 2 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है. 


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कारोबार के दौरान एक समय में यह सेंसेक्स इंडेक्स 659.72 अंक यानी 1.02 प्रतिशत तक गिरकर 63,912.16 अंक पर भी आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी भी 159.60 अंक यानी 0.83 प्रतिशत टूटकर 19,122.15 अंक पर आ गया.


कितना गिरा मार्केट कैप?


बीएसई के मार्केट कैप में 2.03 लाख करोड़ रुपये की गिरावट रही है. सोमवार को BSE का M-Cap 3,11,30,724.40 करोड़ था, जो आज बाजार बंद होने तक 3,09,26,846.62 करोड़ रुपये हो गया. 


किन शेयरों में रही गिरावट-खरीदारी?


सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में इन्फोसिस, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, टाइटन और एक्सिस बैंक में प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई. इसके अलावा दूसरी तरफ टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति और नेस्ले के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए.


क्या है एक्सपर्ट की राय?


जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा है कि पश्चिम एशिया में तनाव से बाजार में गिरावट का माहौल है और निवेशक धारणा सतर्क बनी हुई है. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और दूसरी तिमाही के नतीजों को लेकर आशावादी नजरिया कायम रहने के बावजूद निवेशकों ने उच्च ब्याज दर परिदृश्य में वृद्धि दर धीमी होने की आशंका को देखते हुए सतर्क रुख अपनाया है.


नायर के मुताबिक, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और छोटी एवं मझोली कंपनियों के शेयरों में मूल्यांकन संबंधी चिंताओं के बीच बड़ी कंपनियों के शेयरों पर एक सकारात्मक रणनीति नजर आ रही है.


ग्लोबल मार्केट का कैसा रहा हाल?


एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहा. यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में बढ़त रही थी. इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 प्रतिशत चढ़कर 88.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. 


इक्विट्री कैपिटल के सह-संस्थापक पवन भराडिया ने कहा है कि बाजार पहले से ही मुनाफावसूली का मौका तलाश रहा था. अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और कंपनियों के शुरुआती नतीजों ने इस बहुप्रतीक्षित गिरावट का मौका मुहैया करा दिया.


FIIs ने सोमवार को की थी खरीदारी


शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने सोमवार को 252.25 करोड़ रुपये मूल्य की शुद्ध खरीदारी की थी. दशहरा के अवसर पर मंगलवार को शेयर बाजार बंद रहे थे.


इनपुट - भाषा एजेंसी के साथ