छोटे शहरों और कस्बों से चौंकाने वाले रिपोर्ट, 40 प्रतिशत लोग रोजाना कर रहे डिजिटल पेमेंट
रिपोर्ट के अनुसार 45 प्रतिशत लोग दो दिन में एक बार इसका इस्तेमाल यूज करते हैं. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि देश में डिजिटल पेमेंट की स्थिति पर जारी ‘चेज इंडिया’ की रिपोर्ट कहती है कि इसमें देश के तीसरी से लेकर छठी कैटेगरी के शहरों में ग्राहकों द्वारा डिजिटल पेमेंट के लगातार यूज को दर्शाया गया है.
Digital Payments: देश के टियर-1 और टियर-2 सिटी में डिजिटल पेंमेंट करने वालों की संख्या में पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. लेकिन अब हालिया रिपोर्ट से साफ हुआ है कि टियर-3 सिटी से लेकर छोटे कस्बों में 40 प्रतिशत से ज्यादा कंज्यूमर रोजमर्रा की जरूरत की चीजों के लिए डिजिटल पेमेंट का सहारा ले रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार 45 प्रतिशत लोग दो दिन में एक बार इसका इस्तेमाल यूज करते हैं. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि देश में डिजिटल पेमेंट की स्थिति पर जारी ‘चेज इंडिया’ की रिपोर्ट कहती है कि इसमें देश के तीसरी से लेकर छठी कैटेगरी के शहरों में ग्राहकों द्वारा डिजिटल पेमेंट के लगातार यूज को दर्शाया गया है.
आधे कारोबारी डिजिटल पेमेंट यूज करने से अनजान
रिपोर्ट में डिजिटल पेमेंट सर्विस को अपनाने में कारोबारियों और उपभोक्ताओं के सामने जमीनी स्तर पर आने वाली प्रमुख चुनौतियों की पहचान की गई है. रिपोर्ट कहती है कि ग्रामीण भारत में डिजिटल भुगतान का यूज नहीं करने वाले करीब आधे कारोबारी इस सेवा से अनजान हैं. इसके उलट डिजिटल भुगतान का इस्तेमाल नहीं करने वाले उपभोक्ताओं में से 94 प्रतिशत इससे परिचित होने के बावजूद इसका उपयोग नहीं करते हैं.
विश्वास की कमी से हो रही दिक्कत
दरअसल, इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी, सीमित ज्ञान, ऑनलाइन भुगतान में अविश्वास और सेवा-संबंधी समस्याओं के चलते उपभोक्ता डिजिटल भुगतान का इस्तेमाल नहीं करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 41 प्रतिशत कारोबारियों को अपनी बिक्री का 25 प्रतिशत से कम डिजिटल भुगतान के माध्यम से मिलता है जबकि लगभग 15 प्रतिशत कारोबारियों को बिक्री का 50 प्रतिशत से अधिक डिजिटल भुगतान के माध्यम से मिलता है.
रिपोर्ट कहती है, ‘यह स्थिति जमीनी स्तर पर डिजिटल भुगतान के उपयोग को बढ़ाने के संबंध में अब भी मौजूद संभावनाओं को दर्शाती है.’ रिपोर्ट कुल 2,240 उत्तरदाताओं के बीच कराए गए सर्वे पर आधारित है. इसमें देश के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में आठ राज्यों को लेते हुए 16 जिलों में फैले 1,184 ग्राहक और 1,056 कारोबारियों की राय ली गई. (इनपुट भाषा)