State Bank of Pakistan: भुखमरी के बाद पाकिस्तान के सामने नई मुसीबत, केंद्रीय बैंक ने दिया डराने वाला बयान
Pakistan Crises: पाकिस्तान में दूसरे देशों से भेजी जाने वाली राशि 31 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि दूसरे देशों में काम करने वाले पाकिस्तानियों की तरफ से अपने मुल्क को भेजी जाने वाली रकम लगातार घटती जा रही है.
Pakistan Crises: भूख से तड़प रहे पाकिस्तान के सामने एक और नई मुसीबत आ गई है. पिछले दिनों भूख से बिलखते और आटे के लिए लड़ते पाकिस्तानियों के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए थे. नई जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में दूसरे देशों से भेजी जाने वाली राशि 31 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि दूसरे देशों में काम करने वाले पाकिस्तानियों की तरफ से अपने मुल्क को भेजी जाने वाली रकम लगातार घटती जा रही है. दिसंबर में यह घटकर 31 महीने के निचले स्तर 2 अरब डॉलर पर पहुंच गई है.
गिरकर 2.04 अरब डॉलर पर आया आंकड़ा
पाकिस्तान के न्यूज पेपर 'द डॉन' में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (State Bank of Pakistan) ने कहा कि विदेशों से पाकिस्तान भेजी गई राशि दिसंबर 2022 में 2.04 अरब डॉलर रही है. यह एक साल पहले की समान अवधि 2.52 अरब डॉलर की तुलना में 19 प्रतिशत कम है. विदेशों से आने वाला धन नवंबर 2022 में 2.10 अरब डॉलर रहा. नवंबर की तुलना में ही यह राशि दिसंबर में 3 प्रतिशत घट गई.
छह महीने में 14 अरब डॉलर की रकम भेजी
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले छह महीनों (जुलाई-दिसंबर) में विदेश में कार्यरत पाकिस्तानी नागरिकों ने कुल 14 अरब डॉलर की रकम अपने घर के लिए भेजी. एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले यह 11 प्रतिशत कम है. आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि सऊदी अरब में काम करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों ने दिसंबर में 51.6 करोड़ डॉलर की रकम भेजी, जो एक महीने पहले की तुलना में 4 प्रतिशत है.
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से 32.9 करोड़ डॉलर की राशि भेजी गई. डॉन के अनुसार लगातार चौथे महीने में विदेशी पैसे में गिरावट आने से पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में और गिरावट आई है. पाकिस्तान पहले से ही विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है. इसकी वजह से उसे दूसरे देशों से वित्तीय मदद लेनी पड़ रही है. (Input : PTI)
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