Stock Market Today: हफ्ते के पहले ही कारोबारी द‍िन भारतीय शेयर बाजार में भारी ग‍िरावट देखी गई. सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों में ही करीब 2% तक गिर गए. मिडकैप और स्मॉलकैप स्‍टॉक में भी 2% से ज्यादा की गिरावट है. सेंसेक्स सोमवार सुबह  79713 अंक पर खुला. लेक‍िन बाद में यह इंट्रा डे में 78,255 अंक तक ग‍िर गया. इसी तरह निफ्टी 50 24,315.75 पर खुला जो क‍ि पिछले बंद 24,304.35 अंक से थोड़ा ऊपर रहा, बाद में यह 23,824 अंक तक टूट गया. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 2% तक गिर गए.


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इन पांच कारणों से हो रही बाजार में ग‍िरावट


शेयर बाजार में सोमवार को आई ग‍िरावट से बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 9 लाख करोड़ रुपये घटकर 439 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. शेयर मार्केट के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में भी गिरावट देखी गई. निफ्टी ऑयल एंड गैस, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी इंडेक्स 2-3% तक गिर गए. वहीं, निफ्टी बैंक, ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, एफएमसीजी और पीएसयू बैंक इंडेक्स 1% तक गिरे. जानकारों के अनुसार बाजार में आज आई भारी ग‍िरावट के पांच प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं.


1. यूएस इलेक्‍शन से पहले सतर्कता
अमेरिकी चुनाव से पहले न‍िवेशकों में डर का माहौल है. चुनाव के नतीजों को लेकर न‍िवेशक अनिश्‍च‍ित हैं. ओपिनियन पोल से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस (Kamala Harris) और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच कड़ी टक्कर का संकेत म‍िल रहा है. अगले कुछ दिन ग्‍लोबल लेवल पर मार्केट अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर फोकस्‍ड रहेगा. चुनाव परिणाम का समय पास में आते-आते बाजार में और अस्थिरता हावी हो सकती है. हालांकि, बाजार में यह दौरान शॉर्ट टर्म में ही रहने की उम्‍मीद है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्‍टमेंट स्‍ट्रेटज‍िक वीके विजयकुमार ने कहा, 'महंगाई और फेड की कार्रवाई बाजार के रुझान को प्रभावित करेगी.'


2. हाई वैल्‍यूएशन
प‍िछले कुछ द‍िन से बाजार लगातार टूट रहा है. लेकिन जानकारों का मानना है कि अभी भी कुछ शेयर ओवर वैल्‍यूए हैं. शेयर मार्केट प्लेटफॉर्म ट्रेंडलाइन के अनुसार निफ्टी 50 का मौजूदा पीई रेशियो 22.7 है. यह पिछले दो साल के एवरेज पीई रेशियो 22.2 से ज्‍यादा है और पिछले एक साल के एवरेज पीई रेशियो 22.7 के करीब है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड पंकज पांडे ने कहा, 'हाल‍िया गिरावट से मार्केट की ओवरऑल वैल्‍यूएशन में ज्‍यादा बदलाव नहीं आया है. देश की लंबी अवधि की ग्रोथ और स्थिरता की वजह से हाई वैल्‍यूएशन बनी रह सकती हैं.


3. फेड र‍िजर्व का फैसला
अमेरिकी फेडरल रिजर्व 7 नवंबर को अपनी मौद्रिक नीति से जुड़ा ऐलान करेगा. प‍िछले द‍िनों फेड ने 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती की थी. जानकारों का कहना है क‍ि ब्याज दर में 25 बेसिस प्‍वाइंट की कटौती की जा सकती है. हालांकि, इससे मार्केट में ज्‍यादा उतार- चढ़ाव देखने को नहीं म‍िलेगा. जानकारों का कहना है यही उम्मीद है कि अमेरिकी फेड 25 बेसिस पॉइंट की कटौती करेगा, लेकिन इसका असर कम हो सकता है क्योंकि अमेरिकी चुनाव के दौरान उम्मीदवार ज्‍यादा खर्च करने की बात कर रहे हैं. इससे फिस्कल डेफिसिट बढ़ेगा और बॉन्ड यील्ड बढ़ेगी. यह भी बाजार के लिए अच्छी खबर नहीं है.


4. दूसरी त‍िमाही के नतीजे
भारतीय कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर आ रहे हैं. इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. जानकारों का कहना है क‍ि कंपन‍ियों की कमाई में थोड़ी ग‍िरावट आई है, यह मुख्य रूप से कमोडिटीज की वजह से है, यह इस समय मार्केट के सेंटीमेंट को प्रभावित कर रहा है. भारतीय बाजार को कमाई की वृद्धि में मंदी का सामना करना पड़ रहा है. दूसरे त‍िमाही के नतीजों के अनुसार, निफ्टी EPS की वृद्धि FY25 में 10% से नीचे जा सकती है. कंपन‍ियों की कमजोर कमाई के माहौल को देखते हुए एफआईआई (FII) ब‍िकवाली जारी रख सकते हैं.


5. टेक्‍न‍िकल फैक्‍टर
जानकारों का कहना है भारतीय शेयर बाजार नकारात्मक रुख से बाहर निकलने की कोशिशें की है. लेकिन नए ट्रिगर की कमी के कारण इसमें सफलता नहीं मिल पायी. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्‍ट्रेटज‍िक आनंद जेम्‍स ने कहा पिछले हफ्ते 24150 का लेवल बार-बार मजबूती से कायम रहा, जिससे आगे की गिरावट को रोका गया. लेकिन ऊपर की तरफ गति स्पष्ट रूप से कमजोर थी. इसका कारण 24,470-24,540 के दायरे में प्रतिरोध और 24,660-24,770 के पास अतिरिक्त बाधाएं थीं. हमें उम्मीद है कि इस हफ्ते बाजार इन लेवल को चुनौती दी जाएगी. लेकिन व्यापक रुख के लिए 25,100 से ऊपर कई दिन तक बंद करने की जरूरत है, ताकि बिकवाली को पूरी तरह खत्म किया जा सके.