Electoral Bonds: चुनावी बॉन्ड के जरिए चंदा देने के लिए मामले में कई कंपनियों का नाम ऊपर आता है. इसका सबसे बड़ा डोनर 'लॉटरी किंग' है. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को 'लॉटरी किंग' के नाम से भी जाना जाता है. इस फ्यूचर गेमिंग कंपनी ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) को 540 करोड़ का चंदा दिया है. इस तरह टीएमसी फ्यूचर गेमिंग से सबसे ज्यादा चंदा प्राप्त करने वाली पार्टी बन गयी है. 


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भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा निर्वाचन आयोग को बृहस्पतिवार को सौंपे गए विवरण से यह जानकारी मिली है. ‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन के स्वामित्व वाली कंपनी ने द्रमुक, वाईएसआर कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस को भी बॉन्ड के जरिये चंदा दिया है.


1368 करोड़ के खरीदे चुनवी बॉन्ड 


सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को भी चुनावी बॉन्ड के सबसे बड़ी खरीदार कंपनी से चंदा मिला है. चुनावी बॉन्ड की इस योजना को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने मार्च 2018 में शुरू किया था, जिसे उच्चतम न्यायालय ने पिछले महीने रद्द कर दिया था. इस योजना के अस्तित्व में आने के बाद से कई जानी-मानी कंपनियों ने चुनावी बॉन्ड खरीदे थे. वहीं, राजनीतिक दलों के लिए सबसे बड़ा दानकर्ता फ्यूचर गेमिंग था, जिसने 1,368 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे.


तृणमूल कांग्रेस के अलावा इन पार्टियों का नाम लिस्ट में


फ्यूचर गेमिंग ने तृणमूल कांग्रेस के अलावा तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को 509 करोड़ रुपये, आंध्र प्रदेश की युवजन श्रमिक रायतु (वाईएसआर) कांग्रेस पार्टी को करीब 160 करोड़ रुपये, भाजपा को 100 करोड़ रुपये और कांग्रेस को चुनावी बॉण्ड के जरिए 50 करोड़ रुपये का चंदा दिया.


सिक्किम में वैलिड है लॉटरी


सिक्किम, उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां लॉटरी वैध है. सिक्किम के दोनों राजनीतिक दलों को फ्यूचर गेमिंग से 10 करोड़ रुपये से कुछ कम का चंदा मिला हैं. चुनावी बॉन्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीददार हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग कंपनी को माना जाता है, जिसने बीजेपी, भारत राष्ट्र समिति और द्रमुक सहित विभिन्न राजनीतिक दलों को 966 करोड़ रुपये का चंदा दिया है.


चुनावी बॉन्ड का उपयोग करने वाले राजनीतिक दलों के तीसरे सबसे बड़े दानदाता क्विक सप्लाई ने 2021-22 और 2023-24 के बीच 410 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे और इसके जरिए भाजपा को 395 करोड़ रुपये तथा शिवसेना को 25 करोड़ रुपये का चंदा दिया. क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड एक बेहद कम लोकप्रिय कंपनी है, जिसका पंजीकृत पता नवी मुंबई के धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी (डीएकेसी) में है और इसका संबंध रिलायंस इंडस्ट्रीज से है. इसने भाजपा और शिवसेना के अलावा किसी अन्य राजनीतिक दल को कोई चंदा नहीं दिया.


निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक भाजपा वेदांता, भारती एयरटेल, मुथूट, बजाज ऑटो, जिंदल समूह और टीवीएस मोटर जैसे बड़े कॉर्पोरेट समूहों से सबसे अधिक चंदा प्राप्त करने वाली पार्टी है.


वेंदाता ग्रुप ने किस-किस पार्टी को दिया चंदा?


वेदांता ग्रुप ने भाजपा, कांग्रेस, बीजू जनता दल (बीजद) और तृणमूल कांग्रेस को चंदा दिया जबकि भारती एयरटेल ने भाजपा, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेडट (जदयू) को चंदा दिया.


1991 में हुई थी शुरुआत


अगर कंपनी की बात की जाए तो फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत साल 1991 में हुई थी. इस कंपनी का रजिस्टर्ड पता तमिलनाडु के कोयम्बटूर में है, लेकिन इसका वो पता जहां पर खाते की किताबें रखी जाती हैं वो कोलकता में है. फिलहाल अभी तक इस कंपनी की लिस्टिंग स्टॉक मार्केट में नहीं हुई है. 


लॉटरी में सबसे आगे है कंपनी


इस कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को पहले मार्टिन लॉटरी एजेंसीज लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. ये कंपनी दो अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के कारोबार के साथ भारत के लॉटरी उद्योग में अग्रणी खिलाड़ी है.