Tata-Vistara Merger: टाटा समूह ने अपनी एयरलाइंस विस्तारा और एयर इंडिया का मर्जर करने की घोषणा कर दी है. इस मर्जर के साथ ही एयर इंडिया 218 विमानों के संयुक्त बेड़े के साथ भारत की अग्रणी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय जहाज कंपनी बन गई है. मर्जर के बाद ये भारत की सबसे बड़ी अंतर्राष्ट्रीय वाहक और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू वाहक बन गई है. एयर इंडिया पूरी तरह से टाटा संस के स्वामित्व वाली कंपनी है. टाटा संस ने 27 जनवरी 2022  को ही एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी. ये एयरलाइन टाटा की सहायक कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड (टैलेस) के माध्यम से खरीदी गई थी. अब इस कंपनी में विस्‍तारा का विलय होने वाला है. इससे ग्राहकों को क्‍या फायदा होने वाला है? आइए जानते हैं.  


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विस्तारा ने 2015 में शुरू की थी उड़ान सेवा


विस्तारा ने जनवरी 2015 में उड़ान सेवा शुरू की थी. अब टाटा समूह ने विस्तारा का विलय एयर इंडिया में करने की घोषणा कर दी है. आपको बता दें कि विस्तारा बाजार हिस्सेदारी के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी थी. विस्‍तारा की पहली उड़ान दिल्ली से मुंबई के बीच 9 जनवरी 2015 को हुई थी. 


10 फीसदी कब्‍जा था मार्केट पर 


बाजार में 50 फीसदी से भी ज्‍यादा हिस्‍सेदारी इंडिगो के पास है. वहीं विस्‍तारा के पास मार्केट का 9.2 फीसदी हिस्‍सा था. अब मर्जर के बाद एयर इंडिया और विस्‍तारा के पास संयुक्‍त रुप से 18 फीसदी से हिस्‍सेदारी है. ये विमानन कंपनी 43 घरेलू और विदेशी गंतव्यों के जुड़ी हुई है और रोजाना 260 से भी ज्‍यादा उड़ानों का परिचालन होता है. फिलहाल कंपनी के बेड़े 54 विमान और 4,500 कर्मचारी हैं. 


क्‍या टिकट सस्‍ते होंगे? 


टाटा ग्रुप ने नवंबर महीने की शुरुआत में ही एयर एशिया का एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय करने का ऐलान कर दिया था. नवबंर 2023 तक ये मर्जर पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद एयरएशिया इंडिया ब्रांड की जगह एयर इंडिया एक्सप्रेस इसकी इकलौती कम-बजट वाली घरेलू और इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस होगी क्‍योंकि जब किसी कंपनी का मर्जर होता है तो कई तरह के खर्च बच जाते हैं, ऐसे में देखना दिलचस्‍प होगा कि कंपनी इसका फायदा ग्राहकों को देगी या खुद मुनाफावसूली करेगी. 


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