नयी दिल्ली: प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने वोडाफोन इंडिया तथा आइडिया सेल्यूलर के बीच विलय को आज मंजूरी दे दी. सौदे से जुड़ी कानूनी सलाहकार फर्म ने यह जानकारी दी. इस सौदे को मंजूरी मिलने से देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी अस्तित्व में आएगी.


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शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी ने कहा कि नियामक ने वोडाफोन इंडिया तथा उसकी पूर्ण अनुषंगी वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज का आइडिया सेल्यूलर के साथ विलय को बिना शर्त मंजूरी दे दी है.कंपनी के बयान के अनुसार 23 अरब डालर का यह विलय सौदा भारत के विलय एवं अधिग्रहण क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा सौदा होगा.


शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी ने वोडाफोन इंडिया तथा वोडाफोन मोबाइल सर्विस को सौदे के बारे में परामर्श दिया.इस संदर्भ में आइडिया को परामर्श देने वाली लॉ फर्म ट्राईलिगल ने भी कहा कि वोडाफोन इंडिया के साथ सौदे को सीसीआई की मंजूरी मिल गयी है.


ट्राईलीगल ने एक अलग वक्तव्य में कहा, ‘‘भारत की दो बड़ी दूरसंचार कंपनियों के प्रस्तावित विलय से देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बनेगी और इससे अधिक क्षमता और क्रियाशीलता का निर्माण होगा.’’ इस विलय सौदे को पहले ही चरण में मंजूरी मिल गई है इससे यह तात्पर्य लगाया जाता है कि सौदे की विस्तृत जांच पड़ताल नहीं होगी.


एक सीमा से अधिक राशि के विलय एवं अधिग्रहण सौदों को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी लेनी होती है, आयोग विभिन्न क्षेत्रों में अनुचित व्यावसाय व्यवहार पर नजर रखता है.