भूषण पावर एंड स्टील पर कब्जे की जंग, NCLT कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को
लिबर्टी हाउस के एक्सीक्यूटिव चेयरमैन संजीव गुप्ता ने दावा किया था कि उन्होंने भूषण स्टील को खरीदने के लिए टाटा स्टील से ऊंची बोली लगाई है.
नई दिल्ली: भूषण पावर एंड स्टील पर कब्जे की लड़ाई अब एक दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है. लंदन के देसी बिजनेसमैन संजीव गुप्ता की लिबर्टी हाउस ने भूषण पावर एंड स्टील को खरीदने के टाटा स्टील के सपने में अड़ंगा लगा दिया है. हालांकि JSW स्टील भी भूषण को खरीदने की जुगत में लगी हुई है. लिबर्टी हाउस ने अपनी बोली स्वीकार करने के लिए नेशनल कंपनी लॉ बोर्ड ट्रिब्यूनल (NCLT) कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सोमवार (26 फरवरी) को इस मामले पर पहली सुनवाई के दौरान लिबर्टी हाउस ने कहा कि उनकी बिड खोली जाए.
इससे पहले लिबर्टी हाउस के एक्सीक्यूटिव चेयरमैन संजीव गुप्ता ने दावा किया था कि उन्होंने भूषण स्टील को खरीदने के लिए टाटा स्टील से ऊंची बोली लगाई है. भूषण पावर एंड स्टील के दिवालिया होने के बाद कर्ज़दारों ने इस कंपनी को खरीदने के लिए बोलियां बुलवाई हैं. मामले की अगली सुनवाई 5 मार्च को होगी.
दरअसल लिबर्टी हाउस ने भूषण पावर एंड स्टील के लिए अपनी बोली तय तारीख (8 फरवरी) के बाद में जमा कराई हैं. इसी कारण से कर्ज़दारों की कमेटी (सीओसी) ने उनकी बोली को रिजेक्ट कर दिया था. इसके खिलाफ ही लिबर्टी हाउस NCLT कोर्ट चला गया है. भूषण पावर एंड स्टील के देश भर में स्टील और पावर के प्रोजेक्ट चल रहे हैं. लेकिन बैंकों को कर्ज़ चुकाने में नाकाम रही कंपनी को दिवालिया घोषित करने के बाद इसपर कब्जे के लिए बड़ी कंपनियों ने लड़ाई छिड़ गई है.
जहां टाटा स्टील और JSW स्टील की बोलियों को कर्ज़दारों की कमेटी ने स्वीकार कर लिया है. लेकिन लिबर्टी हाउस के NCLT कोर्ट पहुंच जाने के बाद ये लड़ाई बहुत ही दिलचस्प हो गई है. सूत्रों के मुताबिक टाटा स्टील ने भूषण पावर एंड स्टील को खरीदने के लिए करीब 24 हज़ार करोड़ रूपये के निवेश की बोली लगाई है. जबकि दूसरी ओर लिबर्टी हाउस दावा कर रही है. उसकी बोली इससे ज्य़ादा की है.