ICICI बैंक में नौकरी के दौरान मूनलाइटिंग करती थीं माधवी पुरी बुच? जानिए क्यों हो रही इसकी चर्चा
प्रोफेशनल्स कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि कई घरेलू और विदेशी निवेशकों ने सेबी चीफ के खिलाफ लगे आरोपों पर हमें चिंता व्यक्त की है. इस केस की स्वतंत्र जांच देश हित में जरूरी है.
Madhabi Puri Buch: हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सेबी चीफ माधबी पुरी बुच को लेकर किए गए दावों के बाद से उनके खिलाफ गंभीर आरोपों की झड़ी लगी हुई है. कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को माधबी बुच पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा था कि SEBI की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ICICI बैंक से रिटायरमेंट के बाद भी सैलरी ले रही थीं.
इसी बीच प्रोफेशनल्स कांग्रेस और डेटा एनालिटिक्स के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने एक समाचार लेख का हवाला देते हुए कहा है कि कांग्रेस को यह भी पता चला है कि बुच 2011 और 2013 के बीच ICICI बैंक में अपने कार्यकाल के दौरान ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल में कार्यरत थीं.
उन्होंने आगे कहा कि भारत के शेयर बाजारों में विश्वास और विश्वसनीयता में कमी आई है. कांग्रेस पार्टी कई विदेशी और घरेलू निवेशकों की भागीदारी के साथ एक मजबूत और मजबूत शेयर बाजार चाहती है. संदेह, भय और अनिश्चितता के बादल छाए रहना देश के हित में नहीं है.
देश के हित में नहींः प्रवीण चक्रवर्ती
कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे मामले की जांच की मांग करते हुए कहा है कि इस केस की स्वतंत्र जांच देश हित में जरूरी है. प्रोफेशनल्स कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा कि कई घरेलू और विदेशी निवेशकों ने सेबी चीफ के खिलाफ लगे आरोपों पर हमें चिंता व्यक्त की है.
देश के बाजार नियामक पर संदेह, भय और अनिश्चितता के बादल मंडराना देश के हित में नहीं है. केवल एक उद्देश्यपूर्ण और स्वतंत्र जांच जिसमें सेबी चीफ नहीं हो, देश के शेयर बाजारों के साथ-साथ अर्थव्यवस्था में विश्वास और भरोसा बहाल कर सकता है.
प्रवीण चक्रवर्ती ने सेबी चीफ पर यह हमला ऐसे समय में बोला है जब सोमवार को ही कांग्रेस पार्टी ने माधबी बुच पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया था. हालांकि, बैंक ने आरोपों से इनकार कर दिया है. लेकिन जिस तरह से सेबी चीफ पर लगातार गंभीर आरोप लग रहे हैं उसके बाद से ही कांग्रेस ने सेबी अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग कर रही है.