Meta CEO Mark Zuckerberg: व्हाट्सऐप के भारत छोड़ने की धमकी के बाद से मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग चर्चा में है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप की पेरेंट कंपनी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग की सैलरी को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में जुकरबर्ग की आमदनी और खर्चें का जो हिसाब-किताब बताया गया है, उसे देखकर आप दंग रह जाएंगे. अरबों की दौलत के मालिक मार्क जुकरबर्ग की बेसिक सैलरी सिर्फ 1 डॉलर यानी भारतीय करेंसी में सिर्फ 83 रुपये है.  


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मार्क जुकरबर्ग की सैलरी  
 
मार्क जुकरबर्ग ने साल 2023 में बेसिक सैलरी के तौर पर सिर्फ 1 डॉलर रुपये लिया.  हैरान मत होइए क्योंकि ये तो सिर्फ छलावा है. उनकी सैलरी का अधिकांश हिस्सा उनकी सिक्योरिटी और भत्ते के तौर पर दर्ज है. कंपनी को उनकी सुरक्षा की इतनी चिंता है कि वो जुकरबर्ग की सिक्योरिटी पर $14,829,245 (लगभग 120 करोड़ रुपये)  खर्च करती है. इन खर्चों को मिलाकर जुकरबर्ग के वेतन पर कुल 24.4 मिलियन डॉलर यानी करीब 199 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं.  मेटा को उनकी सुरक्षा की खासी चिंता है, हो भी क्यों न, वो कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है. 


मार्क जुकरबर्ग की सुरक्षा पर 199 करोड़ खर्च  


मात्र 83 रुपये सैलरी पाने वाले मार्क जुकरबर्ग को वेतन भी अजब तरीके से दिया जाता है. ऑफिशियली उनकी सैलरी सिर्फ 1 डॉलर ही है, लेकिन फॉर्च्यून की रिपोर्ट से पता चला कि उन्हें सैलरी के तौर पर कुल 24.4 मिलियन डॉलर यानी 199 करोड़ रुपये मिलते हैं.  बेसिक सैलरी के बाद वो करीब  वो बाकी अलग-अलग भत्ते, मुआवजे, शेयर्स  के तौर पर लेते हैं. उनकी सिक्योरिटी के मद में होने वाला खर्च भी इसमें शामिल है.  बीते 10 सालों में उन्होंने सिर्फ 11 डॉलर सैलरी ली है. साल 2013 से ही वो  $1 सैलरी क्लब में शामिल है. भले ही वो कम सैलरी ले रहे हो, लेकिन वो दुनिया के अरबपतियों की टॉप फाइव लिस्ट में शामिल है. मार्क जुकरबर्ग दुनिया के चौथे सबसे अमीर कारोबारी है. उनका कुल नेटवर्थ 155 अरब डॉलर से अधिक है.