एयर मार्शल एपी सिंह की अगले वायुसेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति के साथ ही गजब का संयोग बना है. उनके दो कोर्समेट और दो क्‍लासमेट अब तीनों सेनाओं - थलसेना, नौसेना और वायुसेना - का नेतृत्व करेंगे. इन नियुक्तियों के साथ, तीनों सेनाओं - थलसेना, नौसेना और वायुसेना - में पिछले पांच महीनों में नेतृत्व में बदलाव देखने को मिला होगा. 


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भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और एयर मार्शल एपी सिंह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 65वें कोर्स के क्‍लासमेट हैं और साल 1983 में वहीं से पास हुए हैं, जबकि जनरल द्विवेदी और भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल के सहपाठी हैं. 
 
एडमिरल त्रिपाठी ने इस साल 30 अप्रैल को नौसेना प्रमुख का पदभार संभाला था, जबकि जनरल द्विवेदी ने 31 जुलाई को पदभार संभाला था. अगले वायुसेनाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए जारी आदेशों के अनुसार, एयर मार्शल एपी सिंह 30 सितंबर को पदभार संभालेंगे. 


नेशनल ड‍िफेंस एकेडमी में मजबूत संबंधों के कारण जनरल द्विवेदी, एडमिरल त्रिपाठी और एयर मार्शल एपी सिंह बहुत अच्छे मित्र हैं और इससे तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाने में मदद मिलेगी. 


इस तरह के बदलाव मौजूदा समय में नेतृत्व के बीच तालमेल में और भी मददगार साबित होगा. जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के नेतृत्व में सैन्य मामलों का विभाग रक्षा बलों के लिए थिएटर कमांड बनाने पर काम कर रहा है. तीनों सेनाएं ऑपरेशन के लिए जरूरी कॉमन असेट्स पर भी काम कर रही हैं.