चंद्रशेखर आजाद या आकाश आनंद, जानिए कौन है ज्यादा पढ़ा लिखा
Azad Vs Anand: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, जिसके बाद वे लगातार खबरों में है. वहीं, भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद भी चर्चाओं में है. आइए जानते हैं इन दोनों के बारे में...
Chandrashekhar Azad Vs Akash Anand: यूपी के सहारनपुर में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण अक्सर खबरों में बने रहते हैं. कभी खुद पर हुए जानलेवा हमले को लेकर तो कभी अपने बयानों को ले चंद्रशेखर चर्चा में रहते हैं. अब एक बार फिर चंद्रशेखर सुर्खियों में आ गए हैं. वहीं, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया है, उन्होंने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया है.
फिलहाल, मायावती पार्टी प्रमुख तौर पर अपनी भूमिका में बनी रहेंगी. इस दिनों चंद्रशेखर आजाद और आकाश आनंद दोनों को ही लेकर खबरों का बाजार गर्म है. ऐसे में आइए जानते हैं कि चंद्रशेखर आजाद और आकाश आनंद की एजुकेशन क्या है और दोनों में से कौन ज्यादा पढ़ा-लिखा है...
जानिए कौन हैं चंद्रशेखर आजाद
सबसे पहले बात करेंगे चंद्रशेखर आजाद के बारे में, जो भीम आर्मी के संस्थापक हैं. बता दें कि भीम आर्मी की स्थापना दलित एक्टिविस्ट सतीश कुमार, चंद्रशेखर आजाद और विनय रतन आर्य ने साल 2014 में की थी. भीम आर्मी दलित शब्द के खिलाफत और अंबेडकरवादी सोच रखने वालों का स्वागत करती है. चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया के जरिए काफी सुर्खियां बटोरी और इसी के जरिए लोगों को भीम आर्मी से जोड़ने का काम किया.
भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद का जन्म 3 दिसंबर 1986 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में चटमलपुर के पास धडकूलि गांव में हुआ था. उनके पिता गोवर्धन दास सरकारी स्कूल में शिक्षक थे. माता कमलेश देवी गृहणी हैं. चंद्रशेखर पांच भाई-बहन हैं. उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया है. इसके बाद हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय देहरादून से एलएलबी की डिग्री हासिल की.
पहली बार ने चंद्रशेखर कब बटोरी सुर्खियां
चंद्रशेखर की अमेरिका जाकर हायर स्टडीज करने ख्वाहिश थी, लेकिन सहारनपुर के एक अस्पताल में पिता के इलाज के दौरान दलितों पर हुए अत्याचार को देख उन्होंने अपना फैसला बदल दिया. इस तरह वह अपनों की सेवा करने के लिए एक समाजसेवी बन गए.
चंद्रशेखर आजाद पहली बार 2015 में विवादों में घिरे थे. उन्होंने अपने मूल स्थान पर एक बोर्ड लगाया था, जिसमें 'धडकाली वेलकम यू द ग्रेट चमार्स' लिखा था. इस कदम ने गांव में दलितों और ठाकुर के बीच तनाव पैदा कर दिया था. इसके बाद साल 2017 में चर्चा में आए थे, जिसका कारण जाति संघर्ष था.
आकाश आनंद ने यहां से की है पढ़ाई
आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं, उनका जन्म साल 1995 में हुआ था. उन्होंने नोएडा के पाथवेज वर्ल्ड स्कूल से स्कूलिंग पूरी की है. आकाश ने प्लायमाउथ यूनिवर्सिटी लंदन से हायर स्टडीज की है. विदेश से एमबीए की डिग्री लेने के बाद वह भारत लौट आए. तब से वह अपने पिता का बिजनेस संभाल रहे हैं. उन्हें पहली बार 2016 में मायावती ने अपने भतीजे के रूप में पार्टी में एंट्री दी थी. उन्होंने पार्टी के लिए प्रचार किया और पार्टी में एक्टिव रहे हैं. अब मायावती ने अपनी रिटायरमेंट के बाद उन्हें बसपा के अगला उत्तराधिकारी घोषित किया है.