Less Popular Engineering Branches: हर साल लाखों स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन लेते हैं और लाखों युवा पासआउट होकर निकलते हैं. बीते कुछ दशकों में इंजीनियरिंग कोर्स की पॉपुलैरिटी में और भी इजाफा हुआ है. 12वीं में मैथ्स से पढ़ाई करने वाले ज्यादातर बच्चे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं, क्योंकि फील्ड कोई भी इनकी डिमांड हमेशा ही रहती है. 


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सिविल, कंप्यूटर साइंस... ये कुछ ऐसे बीटेक कोर्स हैं, जिनके बारे में लगभग हर कोई जानता है. लेकिन इंजीनियरिंग की कुछ ऐसी ब्रांचेस भी हैं, जिनके बारे में कम लोग जानते हैं. यहां हम आपको बीटेक कोर्स की 10 सबसे कम पॉपुलर ब्रांचेस के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें डिग्री लेकर युवा अच्छी खासी करियर ग्रोथ और कमाई कर सकते हैं...


मैथ विषय से 12वीं पास ज्यादातर स्टूडेंट्स जेईई और अन्य इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम देते हैं. आईआईटी और देश के दूसरे टॉप कॉलेजों से बीटेक की पढ़ाई करने के लिए जेईई में अच्छी रैंक होना जरूरी है. इंजीनियरिंग में कई ब्रांचेस हैं, टॉप ब्रांचेस में एडमिशन के लिए बहुत मारामारी देखने को मिलती है. वहीं, कुछ बच्चे दूसरे प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों के एंट्रेंस एग्जाम भी देते हैं और बीटेक की डिग्री लेकर इंजीनियर बनने का सपना पूरा करते हैं. 


बीटेक की सबसे कम पॉपुलर ब्रांचेज
एयरोस्पेस (Aerospace) इंजीनियरिंग 
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एयरोप्लेन और अन्य एयर क्राफ्ट की डिजाइन, प्रोडक्शन और टेस्टिंग के बारे में पढ़ने का मौका मिलता है.


माइनिंग (Mining) इंजीनियरिंग 
माइनिंग इंजीनियरिंग में खनन कार्यों के डिजाइन, निर्माण और प्रबंधन के बारे में पढ़ाया जाता है. 


न्यूक्लियर (Nuclear) इंजीनियरिंग 
इसमें न्यूक्लियर पावर प्लांट और अन्य न्यूक्लियर एप्लिकेशन के डिजाइन और निर्माण की जानकारी दी जाती है 


एग्रीकल्चरल (Agricultural) इंजीनियरिंग 
इसमें बताया जाता है कि कैसे इंजीनियरिंग टेक्निक्स का इस्तेमाल करके कृषि उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है. भारत जैसे कृषि प्धान देश इस फील्ड में करियर ग्रोथ की अपार संभावनाएं हैं. 


बायोमेडिकल (Biomedical) इंजीनियरिंग 
इस कोर्स में मेडिकल डिवाइसेस और टेक्नोलॉजी के विकास में बायोलॉजी और इंजीनियरिंग को पढ़ने का मौका मिलता है. 


बायोटेक्नोलॉजी (Biotechnology) इंजीनियरिंग 
बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग की बेहद कम लोकप्रिय ट्रेड हैं. इसमें जैविक प्रणाली और जैविक उत्पादों के विकास में जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग थ्योरी का उपयोग होता है.


सिरेमिक (Ceramic) इंजीनियरिंग 
सिरेमिक  इंजीनियरिंग के बारे में भी आपने कम ही सुना होगा. इसमें सिरेमिक मटेरियल की डिजाइन, प्रोडक्शन और इस्तेमाल करने के बारे में पढ़ाया जाता है.


इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल (Instrumentation & Control) 
इंस्ट्रूमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग एक अच्छी ब्रांच है. अगर आप कुछ अलग करना चाहते हैं तो यह पढ़ाई कर सकते हैं. इसमें मापन और नियंत्रण प्रणालियों को डिजाइन करने और उन्हें डेवल करने की जानकारी दी जाती  है. 


जियोलॉजिकल (Geological) इंजीनियरिंग 
इस ब्रांच में बताया जाता है कि किस तरह से इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट में जियोलॉजिकल नॉलेज का इस्तेमाल किया जाता है. 


पेट्रोलियम (Petroleum) इंजीनियरिंग 
पेट्रोलियम पेट्रोलियम में ऑयल और गैस के प्रोडक्शन और प्रोसेस में इंजीनियरिंग टेक्नीक्स का इस्तेमाल करने की जानकारी दी जाती है.