Facilities To Bharat Ratna Recipient: मोदी सरकार ने आज, 3 फरवरी 2024 को भारत रत्न के लिए पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवानी (Lal Krishna Advani) के नाम का ऐलान किया है. भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की शुरुआत 2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी. सबसे पहले भारत रत्न के लिए डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम की घोषणा हुई थी, तब से लेकर अब तक कुल 48 शख्सियतों को भारत रत्न सम्मान दिया जा चुका है.


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इससे पहले 23 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम की घोषणा की गई, जिन्हें मरणोपरांत देश के इस सर्वोच्च सम्मान मिला. इसके साथ ही यह सम्मान पाने वाले कर्पूरी ठाकुर 49वीं और एलके आडवानी 50वीं होंगे. इसके साथ ही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भारत रत्न से सम्मानित लोगों को कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती हैं...


पहले सीमित थे इसके क्षेत्र  
साल 2011 तक यह सम्मान सिर्फ कला,साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा में कार्य करके देश सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लोगों को दिया जाता था, लेकिन दिसंबर 2011 में इसमें संशोधन किया गया, जिसके बाद यह अवॉर्ड किसी खास क्षेत्र तक सीमित नहीं है. 


ऐसा जरूरी नहीं कि हर साल केंद्र सरकार की ओर से 'भारत रत्न' के लिए नामों का ऐलान किया ही जाए. भारत रत्न पाने वाली विभूतियों को मेडल के साथ प्रमाण पत्र दिया जाता है. इसके साथ कोई भी धनराशि नहीं दी जाती है. वहीं, एक साल में भारत रत्न के लिए केवल तीन हस्तियों को ही चुना जाता है. आखिरी बार साल 2019 में मोदी सरकार द्वारा नानाजी देशमुख, डॉक्टर भूपेन हजारिका और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को यह सम्मानित दिया गया था. 


भारत रत्न पाने वाली विभूतियों को मिलता है ये दर्जा
भारत रत्न की उपाधिधारकों को देश में वीआईपी का दर्जा मिलता है. अवॉर्डेड शख्स को प्रोटोकॉल के तहत देश के शीर्ष पदों पर आसिन लोगों के साथ गिना जाता है. देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद स्थान मिलता है.  


भारत रत्न उपाधि धारक को मिलती हैं ये सुविधाएं


  • भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री के बराबर का वीआईपी दर्जा मिलता है.

  • लाइफटाइम इनकम टैक्स न भरने की छूट भी मिलती है. 

  • भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति संसद की बैठकों और सत्र में शामिल हो सकते हैं.

  • देश के राष्ट्रीय त्योहारों जैसे इंडिपेंडेंस डे और रिपब्लिक डे के कार्यक्रमों में विशेष अतिथि के तौर पर शिरकत कर सकते हैं.

  • भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति प्लेन, ट्रेन और बस में फ्री में सफर कर सकते हैं. 

  • वहीं, भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति के किसी भी राज्य में घूमने जाने पर उन्हें वहां के राज्य अतिथि का दर्जा हासिल होता है.

  • भारत रत्न पाने वाले लोगों को राज्य सरकारें सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं.

  • इस अवॉर्ड से सम्मानित व्यक्ति को सरकार वॉरंट ऑफ प्रेसिडेंस में जगह देती है. यह एक तरह का प्रोटोकॉल होता है, जिसका इस्तेमाल सरकारी कार्यक्रमों में वरीयता देने के लिए होता है. इसमें सम्मानित शख्स को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उप प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है.