CBSE Practical Exams 2025 Guidelines: केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (CBSE) ने प्रैक्टिकल परीक्षा 2025, प्रोजेक्ट्स और इंटरनल असेसमेंट के लिए जरूरी गाइडलाइन जारी कर दी हैं. इसके साथ ही बोर्ड ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) की डिटेल देते हुए एक नोटिश भी रिलीज किया है. सीबीएसई 1 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक दोनों बोर्ड क्लासेस के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2025 आयोजित करेगा. बोर्ड ने स्कूलों से कहा कि वे सभी स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल परीक्षा, प्रोजेक्ट और आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) के मार्क्स एक साथ अपलोड करें.


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एडिशनल फीचर
इंटरनल और एक्सटर्नल एग्जामिनर को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि स्टूडेंट्स के सही नंबर अपलोड किए जाएं. मार्किंग के दौरान उन्हें हर फैक्टर के लिए अलॉटेड मैक्सिमम मार्क्स को ध्यान में रखना चाहिए. प्रैक्टिकल आंसर-शीट में एक एडिशनल फीचर यह है कि इंटरनल और एक्सटर्नल एग्जामिनर दोनों को यह प्रॉमिस करना होगा कि उनके द्वारा पोर्टल पर करेक्ट डेटा अपलोड किया गया है.


10वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए गाइलाइंस
10वीं के लिए सीबीएसई द्वारा कोई एक्सटर्नल एग्जामिनर अपॉइंट नहीं किया जाएगा. इसके अलावा 10वीं के लिए प्रैक्टिकल आंसर-शीट भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी.
स्कूलों को सभी जरूरी इंतजाम खुद से करने होंगे. प्रैक्टिकल परीक्षाएं, प्रोजेक्ट या आंतरिक मूल्यांकन पूरा होने के बाद स्टूडेंट्स की आंसर-शीट्स रीजनल ऑफिस में भेजने की जरूरत नहीं है.


12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए ये हैं गाइलाइंस


  • सीबीएसई हर स्कूल में प्रैक्टिकल परीक्षा और प्रोजेक्ट मूल्यांकन के लिए एक्सटर्नल एग्जामिनर अपॉइंट करेगा.

  • स्कूल अथॉरिटीज को लेकल लेवल  पर प्रैक्टिकल एग्जाम्स/प्रोजेक्ट मूल्यांकन के लिए एक्सटर्नल एग्जामिनर क ऑल्टरनेटिव अरेंजमेंट करने का कोई अधिकार नहीं है. 

  • सीबीएसई बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षाओं की निगरानी के लिए स्कूलों में सुपरवाइजर अपॉइंट कर सकता है.

  • स्कूल को ऐसे सभी विषयों में पर्याप्त अनुभव और विशेषज्ञता वाले एक इंटरनल सुपरवाइजर की नियुक्ति करनी होगी. 

  • स्कूल के प्रिंसिपल या प्रमुख को प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए लैब तैयार करवानी होगी.

  • एक्सटर्नल एग्जामिनर को एग्जाम डेट से कम से कम एक दिन पहले स्कूल लैब का दौरा करना होगा, ताकि सही और पर्याप्त टूल्स, केमिकल्स, जरूरी सामग्री और अन्य सभी व्यवस्थाएं आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके.

  • प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए स्कूल प्रत्येक विषय में 30-30 स्टूडेंट्स के बैच बना सकते हैं. स्टूडेंट्स की संख्या 30 से ज्यादा होने पर प्रैक्टिकल एग्जाम्स एक दिन में दो या तीन शिफ्टों में आयोजित की जानी चाहिए. 

  • स्कूलों को एग्जाम्स की तस्वीरें अपलोड करनी होंगी, जिसके लिए उन्हें ऐप-लिंक दिया जाएगा. प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान हर बैच की एक ग्रुप फोटो यहां अपलोड करना  होगा.

  • हर एक ग्रुप फोटो में उस बैच या ग्रुप के सभी स्टूडेंट्स, एक्सटर्नल एग्जामिनर, इंटर्नल एग्जामिनर और सुपरवाइजर शामिल होने चाहिए.