पिछले 10 सालों में 16 AIIMS और 315 मेडिकल कॉलेज खुले, MBBS की सीटें हुई डबल: द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा स्कूली छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए सरकार 14,000 से अधिक `पीएम श्री विद्यालय` पर काम कर रही है. इनमें से 6,000 से अधिक स्कूलों ने काम करना शुरू भी कर दिया है.
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि पिछले दशक में 16 एम्स (AIIMS) और 315 मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं, जबकि इस अवधि के दौरान एमबीबीएस की सीटों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है. राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की.
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा और भारतीय भाषाओं में शिक्षा पर जोर दिया गया है. "इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ जैसे विषयों की पढ़ाई भारतीय भाषाओं में शुरू की गई है. स्कूली छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए मेरी सरकार 14,000 से अधिक 'पीएम श्री विद्यालय' पर काम कर रही है. इनमें से 6,000 से अधिक स्कूलों ने काम करना शुरू भी कर दिया है.''
"मेरी सरकार के प्रयासों से देश में स्कूल छोड़ने की दर कम हुई है. उच्च शिक्षा में लड़कियों का नामांकन बढ़ा है. अनुसूचित जाति के छात्रों के नामांकन में लगभग 44 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति के छात्रों के नामांकन में 65 प्रतिशत से अधिक और ओबीसी के छात्रों के नामांकन में 44 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. अटल इनोवेशन मिशन के तहत नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 10,000 अटल थिंकरिंग लैब स्थापित किए गए हैं. इसमें 1 करोड़ से अधिक छात्र शामिल हैं."
राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में सरकार ने टूरिजम के क्षेत्र में "अभूतपूर्व" काम किया है. "भारत में घरेलू पर्यटकों की संख्या के साथ-साथ भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है. पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि का कारण भारत का बढ़ता कद है. आज दुनिया भारत को जानना चाहती है."
उन्होंने कहा "इसके अलावा, उत्कृष्ट कनेक्टिविटी के कारण पर्यटन का दायरा भी बढ़ा है. विभिन्न स्थानों पर हवाई अड्डों का निर्माण भी लाभदायक है. अब, उत्तर पूर्व में रिकॉर्ड पर्यटक आगमन हो रहा है. अब अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपों को लेकर भी उत्साह बढ़ गया है.''
देश भर में तीर्थ स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों के विकास के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार ने अब भारत में तीर्थयात्रा को आसान बना दिया है. "पिछले एक साल में 8.5 करोड़ लोग काशी आए हैं. 5 करोड़ से ज्यादा लोग महाकाल के दर्शन कर चुके हैं. 19 लाख से अधिक लोग केदारधाम के दर्शन कर चुके हैं. 'प्राण प्रतिष्ठा' के 5 दिनों में ही 13 लाख श्रद्धालु अयोध्या धाम के दर्शन कर चुके हैं.'
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि देश के हर हिस्से में तीर्थ स्थलों पर सुविधाओं का "अभूतपूर्व विस्तार" हो रहा है. सरकार "भारत को बैठकों और प्रदर्शनियों से संबंधित क्षेत्रों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनाना चाहती है." इसके लिए भारत मंडपम, यशोभूमि जैसी सुविधाएं बनाई गई हैं. निकट भविष्य में पर्यटन रोजगार का एक प्रमुख स्रोत बन जाएगा."