Hindi Mein Gandhi Jayanti ka Bhashan: गांधी जयंती पर स्कूल-कॉलेजों में प्रोग्राम कराए जाते हैं. अगर आपके स्कूल में भी कोई कार्यक्रम होने वाला है और आपको उसमें स्पीच देनी है तो यहां हमने आपके लिए एक स्पीच तैयार की है, जो आपके काम की हो सकती है और आप इस स्पीच को अपने स्कूल-कॉलेज में दे सकते हैं. इसमें गांधीजी के स्वभाव आदि के बारे में बताया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आदरणीय शिक्षकगण, प्यारे साथियों और मेहमानों,


आज हम यहां महात्मा गांधी जी की जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं. गांधी जी एक ऐसे महान व्यक्ति थे जिन्होंने न केवल भारत को आजादी दिलाई, बल्कि पूरी दुनिया को अहिंसा और सत्य का मार्ग दिखाया.


गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. उन्होंने अपने पूरे जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने सत्य और अहिंसा के बल पर अंग्रेजों के शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी और भारत को आजाद कराया.


गांधी जी के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं. उन्होंने हमें सिखाया कि सत्य और अहिंसा सबसे बड़े हथियार हैं. उन्होंने हमें यह भी सिखाया कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए और सभी के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए.


गांधी जी ने खादी को बढ़ावा दिया और स्वदेशी का नारा दिया. उन्होंने हमें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया. आज भी हमें गांधी जी के सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए.


गांधी जी ने हमें यह भी सिखाया कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा था कि पृथ्वी पर सभी जीवों को समान अधिकार हैं. हमें पेड़ों को काटना बंद करना चाहिए और प्रदूषण को कम करना चाहिए.


गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं. आज दुनिया में हिंसा और अशांति फैली हुई है. हमें गांधी जी के बताए रास्ते पर चलकर इस हिंसा को खत्म करना होगा.


आइए हम सभी मिलकर गांधी जी के सपनों को साकार करने का संकल्प लें. आइए हम सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलें. आइए हम एक ऐसे समाज का निर्माण करें जहां सभी लोग समानता और भाईचारे के साथ रहें.


जय हिंद!