Northern Cardinals Unknown Facts: नॉर्दर्न कॉर्डिनल्स, जिन्हें अक्सर 'क्रिसमस बर्ड' कहा जाता है, अपने आकर्षक लाल रंग और चहचहाने वाले स्वभाव के लिए मशहूर हैं. खास बात यह है कि इनका रंग हमेशा ऐसा नहीं होता, बल्कि इनके भोजन में मौजूद कैरोटेनॉइड्स इन्हें यह रंग देते हैं. क्रिसमस के मौसम में इनका सिंदूरी रूप और मीठी आवाज जंगल का माहौल जादुई बना देती है.


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नर और मादा में ये हैं फर्क
नॉर्दर्न कॉर्डिनल्स में नर और मादा के रंग में खासा अंतर होता है. नर पक्षी का रंग गहरा सिंदूरी लाल होता है, जबकि मादाएं भूरे या स्लेटी रंग की होती हैं, जिनके शरीर के कुछ हिस्से जैसे पूंछ और पंखों पर लाल झलक देखी जा सकती है. कभी-कभी यह पक्षी पीले या सफेद रंग में भी दिखते हैं, जो इन्हें और भी अद्भुत बनाता है.


खाने से मिलता है अनोखा रंग
इन पक्षियों का रंग उनके आहार पर निर्भर करता है. उनके भोजन में मौजूद कैरोटेनॉइड्स नामक तत्व उनके पंखों को लाल, पीला, नारंगी और गुलाबी रंग प्रदान करता है. मादा पक्षियों में इस तत्व की मात्रा कम होने के कारण उनका रंग नर पक्षियों के मुकाबले हल्का होता है.


इसके गाने में भी हैं लाजवाब
नॉर्दर्न कॉर्डिनल्स गाने में भी बेहद खास हैं. जानकारी के मुताबिक ये पक्षी 24 अलग-अलग प्रकार के गाने गा सकते हैं. सबसे दिलचस्प बात यह है कि नर और मादा दोनों गाते हैं. इनके गानों से पहचान पाना मुश्किल होता है कि आवाज नर की है या मादा की. मादा पक्षी अक्सर घोंसले की सुरक्षा के लिए नर को संकेत देने के लिए गाना गाती हैं.


जीवन भर के साथी
कार्डिनल्स जीवन भर एक ही साथी के साथ रहते हैं. ये जोड़े मिलकर घोंसला बनाते हैं और बच्चों की परवरिश में सहयोग करते हैं. हालांकि, अंडे देने के बाद नर अक्सर घोंसले से दूर रहते हैं ताकि उनके लाल रंग से शिकारी आकर्षित न हों.


पंख गिराने का Unique Cycle
नॉर्दर्न कॉर्डिनल्स हर साल अपने पुराने पंख गिरा देते हैं और नए पंख विकसित करते हैं. इस प्रक्रिया के दौरान वे बिना पंख वाले या बिना किलगी के दिखाई दे सकते हैं. यह उनके जीवन चक्र का सामान्य हिस्सा है, जो उन्हें हर साल नया रूप देता है.