Country Without Indian: दुनिया के अधिकांश देशों में आज भारतीय मूल के लोग या भारतीय प्रवासी पाए जाते हैं, क्योंकि भारतीय समुदाय दुनिया के लगभग हर कोने में पहुंच चुका है. फिर भी कुछ ऐसे देश हैं जहां भारतीयों की उपस्थिति बहुत कम है या बिल्कुल ना के बराबर है. इनमें से एक उदाहरण है उत्तर कोरिया (North Korea). उत्तर कोरिया में भारतीयों की मौजूदगी लगभग ना के बराबर है, और इसके कई प्रमुख कारण हैं.


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उत्तर कोरिया एक सख्त तानाशाही शासन वाला देश है, जहां बाहरी देशों से संपर्क पर कड़ी निगरानी रखी जाती है. यहां की सरकार विदेशी नागरिकों और प्रवासियों के लिए बेहद सख्त नियम बनाती है, जिसके चलते अन्य देशों के लोग यहां बसने या काम करने नहीं आ पाते. यही कारण है कि उत्तर कोरिया में भारतीय समुदाय का कोई बड़ा समूह नहीं है और भारतीय प्रवासी भी यहां बहुत कम पाए जाते हैं.


भारत और उत्तर कोरिया के बीच राजनयिक संबंध हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक या प्रवासी संपर्क बहुत सीमित है. भारतीयों के लिए यहां पर नौकरी या अन्य उद्देश्यों के लिए आना कठिन है, क्योंकि उत्तर कोरिया में आर्थिक अवसर बहुत सीमित हैं और वहां की कठोर सामाजिक व्यवस्था के कारण अन्य देशों के लोगों को वहां बसने में कठिनाई होती है. इसके अलावा, उत्तर कोरिया में इंटरनेट और संचार की कड़ी पाबंदियां हैं, जिससे बाहरी देशों के लोगों के लिए वहां रहना और भी मुश्किल हो जाता है.


इस बात का एक और कारण यह है कि उत्तर कोरिया की सरकार विदेशी नागरिकों की गतिविधियों पर गहन नियंत्रण रखती है. वहां घूमने आने वाले पर्यटकों को भी हर समय एक गाइड के साथ रहना पड़ता है और उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाती है. इस कारण भारतीयों सहित अधिकांश अन्य देशों के नागरिकों का वहां जाना मुश्किल होता है.


इस तरह, उत्तर कोरिया उन कुछ देशों में से एक है जहां भारतीय समुदाय की उपस्थिति न के बराबर है. यहां की कठोर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों के कारण भारतीयों का वहां रहना लगभग असंभव है.