Mosquito Free Country: मच्छर हमारा खून पीते हैं. जब वो हमारे कानों के आसपास भिनभिनाते हैं तो रातों की नींद छीन जाती है. अगर आप सोच रहे हो कि दुनिया में शायद ही ऐसी कोई जगह हो जहां मच्छरों के आंतक से मुक्ति मिलती हो तो आप यहां गलत हो सकते हैं. जी हां, क्योंकि आज हम आपको एकमात्र ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आपको मच्छरों की भिनभिनाहट नहीं सुननी पडे़गी, क्योंकि यहां एक भी मच्छर नहीं है. आइए जानते हैं इस खुशकिस्मत देश के बारे में...


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मच्छर फ्री कंट्री
हालांकि, कुछ मौसम में ये नदारद हो जाते हैं, लेकिन उनके अनुकूल मौसम होते ही फिर आ धमकते हैं.  काट-काटकर जीना मुहाल कर देते हैं. मच्छरों की भिन-भिन एक जगह पर बैठना मुश्किल कर देती है. पूरी दुनिया में लोग मच्छरों के आतंक से परेशान रहते हैं, लेकिन दुनिया का एक देश है, जहां मच्छर नहीं मिलते, यह देश आइसलैंड है, जो दुनिया का अकेला मच्छर-मुक्त देश है. 


हालांकि, यह देश न तो अंटार्कटिका जितना ठंडा है और न ही यहां तालाबों और झीलों की कमी है, जहां मच्छर ज्यादा पनपते हैं, लेकिन यहां मच्छर क्यों नहीं यह किसी रहस्य से कम नहीं है. यहां तक की आइसलैंड के पड़ोसी देशों नॉर्वे, डेनमार्क, स्कॉटलैंड और ग्रीनलैंड में भी मच्छर पाए जाते हैं. 


मच्छरों के प्रजनन के लिए सही नहीं जगह
वैज्ञानिकों ने इस पर कई स्टडी की, जिसमें अब तक पेश किया गया सबसे असरदार सिद्धांत के मुताबिक आइसलैंड की समुद्री जलवायु के कारण मच्छर इस जगह से दूर रहते हैं. साइंटिस्ट के मुताबिक मच्छरों को गीला आर्द्र वातावरण पसंद होता है, लेकिन आइसलैंड की मिट्टी-पानी की रासायनिक संरचना मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त नहीं है. हालांकि, ऐसा क्यों है ये वैज्ञानिकों के लिए भी रहस्य ही है, जिसे वे दशकों से जानने की कोशिश में जुटे हुए हैं.


अवशेष नमूने को रखा गया है सुरक्षित 
हालांकि, बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाली जलवायु परिवर्तन से भविष्य में आइसलैंड में भी मच्छर पैदा हो सकते हैं, यह पर्यावरणविदों की चिंता का विषय है. जानकारी के मुताबिक आइसलैंड में सिर्फ एक जगह है जहां पर मच्छर देखने को मिल सकते हैं, जो कि आइसलैंडिक इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल हिस्ट्री म्युजियम है. यहां मच्छरों के अवशेष नमूने को अल्कोहल जार में रखा गया है.