Cambridge Education India: कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एजुकेशन (CIE) 1858 से एजुकेशनल स्टैंडर्ड्स को आयाम देने में अहम भूमिका निभा रहा है. 160 देशों में अपनी उपस्थिति के साथ यह 3 से 19 साल के स्टूडेंट्स के लिए एक इंटरनेशनल एजुकेशन के सबसे बड़े सेंटर्स में से है. कैम्ब्रिज एजुकेश एक फ्रेमवर्क प्रदान करता है, जो नर्सरी से लेकर हायर एजुकेशन लेवल तक फैला हुआ है, साथ ही  इसमें सिलेबस, एजुकेशन एक्टिविटीज और इवेल्यूएशन भी शामिल हैं.


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यह संस्था न केवल एजुकेशन पर्फोरमेंश को बढ़ाने के लिए बनाई गई है, बल्कि लाइफ के खास स्किल को भी डेवेलप करता है, जिससे यह स्टूडेंट्स को मॉडर्न वर्ल्ड के कॉम्प्लिकेशन्स से निपटने के लिए तैयार करने का एक अच्छा ऑप्शन बनाता है.


कैम्ब्रिज इंटरनेशनल एजुकेशन (CIE) एक स्किल बेस्ड और एडप्टिबिलिटी कोर्स की ओर एक अहम कदम को दर्शाती है. ट्रेडिशनल इंडियन एजुकेशन अक्सर रटने पर जोर देती रही है, लेकिन अब ऐसे कोर्सेज की जरूरत को मान्यता मिल रही है जो क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी और कंपटिबिलिटी को मोटिवेट करती हैं.


CIE इस डिमांड को पूरा करता है, एक पार्टिसिपेटरी और एप्लिकेशन बेस्ड अप्रोच की पेशकश करके भारत के एजुकेशनल स्ट्रक्चर में सहजता से शामिल होता है.  इस नई एजुकेशनल अप्रोच का एक एग्जामपल भोपाल जैसे शहरों में भी इसका पहुंचना है. भोपाल की विबग्योर वर्ल्ड एकेडमी में स्टूडेंट्स को पर्सनलाइज्ड एजुकेशन एक्सपीरिएंस पर जोर देने वाली ग्लोबल एजुकेशन हो मिल सकेगी.


इस बदलाव के साथ नई संभावनाएं खुलती हैं, लेकिन कुछ माता-पिता को यह चिंता हो सकती है कि यह ट्रेडिशनल, टेस्ट ऑरिएंटेड मैथड्स से भटक सकता है. हालांकि, CIE का सिलेबस इंडियन एजुकेशनल वेल्यूज को पूरा करता है और स्टूडेंट्स को हायर एजुकेशन और ग्लोबल करियर के लिए तैयार करता है.


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इसके परिणामस्वरूप, स्टूडेंट्स का लगातार इवेल्यूएशन और टेक्स्टबुक्स से परे सीखने में अटैच होकर इस कोर्स को अपना सकते हैं, और अंततः ऐसे स्किल डेवलप कर सकते हैं जो एजुकेशनल और प्रोफेशनल दोनों में वेल्यूएबल हो.


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