IAS Garima Aggarwal UPSC Success Story: भारत में हर साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है. यह भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. इस परीक्षा को पास कर आप ए ग्रेड की नौकरी हासिल कर सकते हैं. अगर आपका आईएएस, आईपीएस या आईएफएस समेत अन्य ए ग्रेड के ऑफिसर बनने और देश के लिए काम करने का सपना है, तो आपको यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी. हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन उनमें से केवल मुट्ठीभर उम्मीदवार ही इस परीक्षा को पास कर आईएएस और आईपीएस बनने का सपना पूरा कर पाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही उम्मीदवार के बारे में बताएंगे, जिन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा केवल एक नहीं बल्कि दो बार पास की है.


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पढ़ाई-लिखाई में थी काफी होशियार
दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस गरिमा अग्रवाल की, जो एक यूपीएससी टॉपर हैं और जिन्होंने आईएएस बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपना करियर ही बदल लिया था. गरिमा ने अपनी शिक्षा खरगोन के सरस्वती विद्या मंदिर से प्राप्त की है. उन्होंने बेहद कम उम्र से ही अपनी बुद्धिमत्ता और प्रतिभा का प्रदर्शन किया था. वह पढ़ाई-लिखाई में काफी होशियार थीं. उनकी बड़ी बहन प्रीति अग्रवाल ने 2013 में भारतीय डाक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की थी. गरिमा ने स्कूल से लेकर यूपीएससी सिविल सेवा तक, हर चीज में सफलता हासिल की है. 


जर्मनी में की इंटर्नशिप
गरिमा ने कक्षा 12वीं में 89% और कक्षा 10वीं में 92% मार्क्स प्राप्त किए थे. इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद, गरिमा अग्रवाल ने जेईई परीक्षा दी और उन्हें आईआईटी हैदराबाद (IIT Hyderabad) में एडमिशन मिल गया. गरिमा ने आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री के साथ ग्रेजुएशन पूरा किया और फिर जर्मनी में इंटर्नशिप पूरी की.


पहले IPS फिर बनीं IAS
हालांकि, गरिमा जर्मनी में इंजीनियरिंग इंटर्नशिप पूरी करने के बाद भारत लौट आईं और लगभग 1.5 साल तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी की. साल 2017 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 240वीं रैंक हासिल की थी, जिसके बाद उन्हें आईपीएस (IPS) के लिए चुना गया. आईपीएस नियुक्त होने के बाद भी गरिमा अग्रवाल असंतुष्ट थी, क्योंकि वह आईएएस का पद हासिल नहीं कर पाईं थी. इसलिए उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखी. उन्होंने हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग प्राप्त की, जहां उन्होंने अपनी तैयारी भी की. इसके बाद साल 2018 में, उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और इस बार, उन्होंने ऑल इंडिया 40वीं रैंक हासिल की, जिससे उनका आईएएस बनने का लक्ष्य पूरा हो गया.


UPSC उम्मीदवारों को दी खास सलाह
गरिमा का सुझाव है कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के प्रत्येक लेवल के लिए अलग-अलग तैयारी करने के बजाय, उम्मीदवारों को प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू के लिए एक साथ तैयारी करनी चाहिए. गरिमा के मुताबिक, यूपीएससी प्री और मेन दोनों परीक्षाओं में एक जैसे प्रश्न आ सकते हैं, जिसका मतलब है कि रिवीजन जरूरी है. लगातार मॉक टेस्ट देने चाहिए और उम्मीदवार परीक्षा देने की स्पीड तेज करने के लिए प्रश्न और उत्तर लिखने का अभ्यास करें.