IAS Ruhani Success story: गुड़गांव की 28 साल की रूहानी ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की कंपटीटिव सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में पांचवां स्थान प्राप्त करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. यह सफलता भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होने के उनके सपने को पूरा करने की उनकी जर्नी में एक अहम कदम है.


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भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी के रूप में पहले से ही कार्यरत रूहानी आईएएस अधिकारी बनने की अपनी महत्वाकांक्षा में दृढ़ रहीं. उन्होंने इस लक्ष्य के लिए खुद को समर्पित कर दिया, इस दौरान कई चुनौतियों और असफलताओं को पार किया, जिसमें पिछले अटेंप्ट में लक्ष्य से चूकना भी शामिल है.


आख़िरकार, अपने छठे और आखिरी प्रयास में रूहानी की लगन रंग लाई. न केवल उन्होंने प्रभावशाली रैंक हासिल की, बल्कि टॉप 5 में स्थान पाकर आईएएस अधिकारी के रूप में उनका चयन सुनिश्चित हुआ.


उनकी एकेडमिक जर्नी एक्सीलेंसी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. गुड़गांव के एक निजी स्कूल में पढ़ने के बाद, रूहानी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में डिग्री हासिल की. ​​यूपीएससी परीक्षा देने से पहले, वह पहले ही भारतीय आर्थिक सेवा परीक्षा पास कर चुकी थीं और नीति आयोग में सहायक निदेशक के रूप में काम कर चुकी थीं.


यूपीएससी के प्रयासों में शुरुआती असफलताओं के बावजूद, हैदराबाद में आईपीएस ट्रेनिंग के दौरान भी रूहानी का दृढ़ संकल्प कभी कम नहीं हुआ. उनके समर्पण ने अंततः उन्हें अपने छठे अटेंप्ट में अपने टारगेट तक पहुंचाया, जो उनके सपनों के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है. रूहानी की कहानी दृढ़ता की शक्ति और चुनौतियों के बावजूद अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने से मिलने वाली संतुष्टि का एक प्रेरक प्रमाण है.


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