मां-बेटे की इस जोड़ी ने IIIT से एक साथ ली डिग्री, रंजिनी ने 13 साल बाद शुरू की थी पढ़ाई
Success Story: कई बार हमारे आसपास कुछ ऐसा घट जाता है, जो बहुत हैरान कर देने वाला होता है. इन दिन ऐसी ही एक घटना चारों तरफ चर्चा का विषय है. हम बात कर रहे हैं मां-बेटे की एक जोड़ी के बारे में, जिन्होंने IIIT बैंगलोर से एक से एक साथ डिग्री ली.
IIIT Banglore Motivational Story: बहुत से लोगों के साथ ऐसा हुआ होगा कि उन्होंने बचपन में अपने बड़े या छोटे भाई बहनों के साथ एक ही स्कूल से पढ़ाई पूरी की होगी. इनमें से कई लोगों के भाई-बहन अलग क्लासेस में रह होंगे, तो कुछ लोग एक ही बैच में एक ही क्लास में साथ भी पढ़ें होंगे. हालांकि, यह तो हो गई भाई-बहन के साथ एक ही स्कूल या कॉलेज में पढ़ने की बात, लेकिन सोचिए कि कभी आपकी मम्मी आपके साथ कॉलेज में पढ़ाई कर रही होती तो कैसा होता?
मां-बेटे एक साथ एक ही कॉलेज से पढ़ने के मामले कम ही देखने को मिलते हैं. ऐसा ही एक वाक्या है आईआईआईटी बैंगलोर (IIIT-B) का, जहां 48 की उम्र में एक मां ने अपने 22 साल के बेटे के साथ एक ही मंच पर डिग्री ली. यह देख और सुनकर हर कोई हैरान है. इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में पढ़े मां-बेटे की इस जोड़ी की चर्चा हर ओर हो रही है.
जानिए इस मां-बेटे की जोड़ी के बारे में
हाल ही में आयोजित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी बैंगलोर के दीक्षांत समारोह में कुल 343 स्टूडेंट्स ने डिग्रियां हासिल की. जानकारी के मुताबिक दीक्षांत समारोह में इंटीग्रेटेड एमटेक प्रोग्राम में 121, एमटेक प्रोग्राम में 174, डिजिटल सोसाइटी प्रोग्राम में 14, मास्टर ऑफ साइंस में 23 और 11 पीएचडी स्कॉलर शामिल हुए. इनमें एक मां-बेटे की जोड़ी भी शामिल थी, जहां 48 वर्षीय मां को पीएचडी की उपाधि से नवाजा गया, वहीं 22 वर्षीय उनके बेटे को एमटेक की डिग्री मिली.
लंबे ब्रेक के बाद फिर शुरू की पढ़ाई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रंजिनी एम वी ने बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए पढ़ाई छोड़ी थी. पढ़ाई से करीब 13 लंबा ब्रेक लेने के बाद उन्होंने पीईएस यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस से मास्टर्स किया. उन्होंने IIIT बैंगलोर में एडमिशन लिया था. वह यहां से कंप्यूटर साइंस में एल्गोरिदम विषय पर फुल-टाइम पीएचडी कोर्स कर रही थीं. इसी बीच उनके बेटे राघव ने भी यहां एमटेक प्रोग्राम में दाखिला ले लिया. हालांकि, राघव NIT में एडमिशन लेना चाहते थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना इरादा बदल दिया. जानकारी के मुताबिक मां-बेटे की इस जोड़ी ने कुछ प्रोजेक्ट्स पर एक साथ काम भी किया था.