IIT मद्रास ने शुरू नया MBA प्रोग्राम, बिना CAT दिए मिलेगा एडमिशन, रजिस्ट्रेशन शुरू
IIT Madras MBA Programme: आईआईटी मद्रास ने एक नया एमबीए प्रोग्राम शुरू किया है. इसके लिए उम्मीदवारों का सेलेक्शन ऑनलाइन एडमिशन टेस्ट और इंटरव्यू के आधार पर होगा. वहीं, इस कोर्स का पहला बैच सितंबर 2024 में शुरू होगा.
IIT Madras MBA Programme: देश भर की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी व कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद कई छात्र मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) का कोर्स करना पसंद करते हैं. छात्र ऐसे कॉलेज पसंद करते हैं, जो उन्हें अच्छा सीखने का अनुभव कराए और साथ ही बेहतरीन एंप्लॉयमेंट ऑपर्च्युनिटी भी प्रदान करें. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे ही इंस्टीट्यूट के बारे में बताएंगे, जहां छात्रों को एमबीए (MBA) करने के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) परीक्षा पास करने की परेशानी से नहीं गुजरना पड़ता है.
दरअसल, वो इंस्टीट्यूट है आईआईटी मद्रास (IIT Madras). 28 जून को, IIT मद्रास ने डिजिटल मैरीटाइम और सप्लाई चेन में एक नया MBA प्रोग्राम लॉन्च किया है. IIT मद्रास का नया MBA प्रोग्राम ग्लोबल लेवल पर काम करने वाले प्रोफेशनल्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है. IIT मद्रास के मैनेजमेंट स्टडीज और ओशियन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने इंडस्ट्री पार्टनर i-maritime कंसल्टेंसी के साथ मिलकर इस 24 महीने के प्रोग्राम को डेवलप किया है. यह नया प्रोग्राम ग्लोबल प्रोफेशनल्स को मैरीटाइम ट्रेड और सप्लाई चेन मैनेजमेंट के तेजी से डेवलप हो रहे डिजिटल लैंडस्केप को नेविगेट करने के लिए आवश्यक स्किल से लैस करना चाहता है.
एडमिशन के लिए एलिजिबिलिटी
उम्मीदवारों के पास कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री और कम से कम दो साल का फुल टाइम वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए.
एडमिशन प्रोसेस
एडमिशन प्रोसेस में ऑनलाइन आईआईटी मद्रास एडमिशन टेस्ट शामिल है, जिसके बाद शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के लिए पर्सनल इंटरव्यू होंगे. इस प्रोग्राम के लिए एप्लिकेशन पहले ही शुरू हो चुके हैं और पहला बैच सितंबर 2024 में शुरू होगा.
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
1. उम्मीदवारों को ऑनलाइन और ऑन-कैंपस मॉड्यूल का कॉम्बिनेशन प्रदान किया जाएगा.
2. ग्रेजुएट्स को आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र का दर्जा और सीखने के संसाधनों तक आजीवन पहुंच प्राप्त होगी.
3. इस प्रोग्राम के सिलेबस में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), ML (मशीन लर्निंग), IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और ब्लॉकचेन टेक्नीक शामिल होंगी.
4. बढ़ी हुई रोजगार क्षमता और वैश्विक नौकरी के अवसर, साथ ही आईआईटी मद्रास के इनक्यूबेशन और स्टार्ट-अप प्लेटफॉर्म तक पहुच मिलेगी.