India Military Patka Helmet: भारतीय सेना को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है. वे भूमि-आधारित हमलों के खिलाफ देश की रक्षा बखूबी करती है. भारतीय सेना आतंकवाद से निपटने, देश में आपात स्थिति से निपटने और बाढ़, भूकंप आदि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों को बचाने में अन्य एजेंसियों की मदद भी करती है. 


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हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में भारतीय सेना की अलग-अलग रेजिमेंट हैं. वहीं, विभिन्न रैंकों और पदों के लिए अलग-अलग वर्दी भी हैं. वर्दी का ऐसा ही एक हिस्सा 'पटका हेलमेट' है, जिसका उपयोग फ्रंटलाइन कॉम्बैट फोर्सेज, पैरा मिलिट्री, पुलिस फोर्सेज और दंगा नियंत्रण बलों द्वारा किया जाता है. भारतीय सेना और अर्धसैनिक बल में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है क्योंकि यह सैनिकों के सिर की रक्षा करता है.


रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका इस्तेमाल आमतौर पर कश्मीर में तैनात सेना के जवान करते हैं. इसका डिजाइन सिर के लिए उच्च स्तर की स्थिरता प्रदान करता है और यह एक टोपी के आकार का है. पटका हेलमेट को सैनिकों द्वारा काफी सुरक्षित माना जाता है क्योंकि यह उनके सिर को सुरक्षा प्रदान करता है और उन्हें हेडशॉट से बचाता है.


पटका हेलमेट काफी प्रभावी है क्योंकि यह लगभग सभी प्रकार की गोलियों का सामना कर सकता है. अधिकांश हेलमेट 7.62 मिमी और 5.56 मिमी राउंड की गोलियों के हमले को झेलने में विफल रहते हैं, लेकिन पटका हेलमेट 9 मिमी की गोलियों का सामना कर सकते हैं. कथित तौर पर ये जवानों को एके-47 राइफल की गोलियों से भी बचा सकते हैं.


यह भी पाया गया है कि पटका हेलमेट पहनने में बहुत आरामदायक होता है. यह ज्यादा भारी नहीं है और इसे लंबे समय तक आसानी से पहना जा सकता है. यह हेलमेट ठंड के मौसम में बहुत उपयोगी है क्योंकि यह कश्मीर की कड़ाकेदार सर्दियों के दौरान सिर को गर्म रखता है. पटका हेलमेट का अंदरूनी हिस्सा बहुत मुलायम और चिकना होता है, इसलिए इसे पहनना आरामदायक होता है.


इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है. इन्हीं अद्भुत खूबियों के कारण पटका हेलमेट लंबे समय से भारतीय सैनिकों की पहली पसंद बना हुआ है. हालांकि, अब भारतीय सैनिक अत्याधुनिक तकनीक से लैस अन्य प्रकार के हेलमेट का भी उपयोग कर रहे हैं.